जब तक रामलीला चलती रहती है, तब तक संसार चलता रहता है।

(संकलन एवं प्रस्तुति मैक्सिम आनन्द) कहीं और रामलीला देखने नहीं जाना है। प्रत्येक के भीतर जन्मती…