लोक असर समाचार बालोद/ दिल्ली
छत्तीसगढ़ के सदस्य के रूप में सामाजिक कार्यकर्ता और राजनांदगांव जिला पंचायत के सहकारिता सभापति विप्लव साहू ने उद्बोधन में कहा कि ओबीसी 60% आबादी होने के बाद भी सभी संसाधनों में बेहद कम हिस्सा मिला है. और अभी जिस लेवल पर हमारी सक्रियता है, उससे ये विचार और आंकड़े, कायम बस रहेंगे, ऐसी गतिविधियों का दस्तावेजीकरण ही काफी नहीं. जबकि हमारे भारत में ऐतिहासिक स्वर्णकाल तक था। वह समय और सपना, अवश्य हासिल होगा. उन्होंने अवतार सिंह पाश की कविता ‘मेहनत की लूट सबसे खतरनाक नही होती कविता से मौजूद लोगों को आन्दोलित करते हुए, वाहवाही बटोरी.. सपनों को जिंदा रखना सबसे जरूरी होता है. वर्कशाप में राजधानी दिल्ली के आसपास के नेतृत्वकर्ता और देश भर बड़े कार्यकर्ता को इकट्ठा होते रहना पड़ेगा. छत्तीसगढ़ प्रदेश से प्रमुख ओबीसी राधेश्याम, डॉ आई डी आशिया और निर्भया कांड में न्याय दिलाने वाली सुप्रीम कोर्ट की जांबाज वकील सीमा समृद्धि कुशवाहा ने भी संबोधित किया.
प्रदर्शन में भागीदारी के रूप में प्रदेश उपाध्यक्ष महेश गौरव, महिला मोर्चा उपाध्यक्ष खिलेश्वरी साहू, महासचिव यज्ञदेव पटेल सेवाराम, भगवान जी आदि शामिल हुए।