छत्तीसगढ़ के क्षेत्रीय राजवंश पर, तीन दिवसीय राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी

LOK ASAR RAIPUR
(प्रोफे० के. मुरारी दास की रिपोर्ट)

छत्तीसगढ़ के क्षेत्रीय राजवंश पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का आयोजन महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय रायपुर के सभागार में संपन्न हुआ. 03 से 05 मार्च 2023 तक चले इस संगोष्ठी में प्रथम दिवस 6 व्याख्यान और 12 शोध पत्रों का वाचन किया गया.

इस अवसर पर पुरातत्व अभिलेखागार संचनालय द्वारा प्रकाशित और डॉक्टर पी सी पारख द्वारा संपादित शोध संक्षेपिका छत्तीसगढ़ के क्षेत्रीय राजवंश का पाठकार्पण हुआ, जिसमें 04 दर्जन से ऊपर ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक आलेख संग्रहित किए गए हैं. अपने आधार वक्तव्य पर चर्चा करते हुए प्रोफेसर लक्ष्मी शंकर निगम ने इतिहास लेखन में उत्खनन से प्राप्त वस्तुओं जैसे अभिलेख, मोहर, मुद्राएं और अन्य पूरा वस्तुओं को अपने इतिहास लेखन में शामिल किया जाना चाहिए.


द्वितीय दिवस भी अनेक शोध पत्रों का वाचन हुआ . डॉक्टर कामता प्रसाद, डॉ. मंगला नंद झा, डॉ.विनोद पांडे, डॉ.मोना जैन, प्रोफे. चंद्रशेखर गुप्ता, डॉ.वर्षा यादव, प्रोफे. वीरेंद्र देवांगन, डॉ.ईश्वरी देवांगन, डॉ.मोहन साहू, डॉ ईश्वरी निर्मल, डॉ विजय शर्मा, डॉ.आशुतोष चौबे, सहित अनेक लोगों ने अपने शोध पत्रों का वाचन किया. संध्या डॉ. पुरुषोत्तम चंद्राकर के निर्देशन में उनके साथियों द्वारा सांस्कृतिक संध्या लोक मंजरी का मंचन हुआ.
तृतीय दिवस इतिहास अध्ययन एवं लेखन दल ने ऐतिहासिक नगरी राजिम का भ्रमण किया.

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