नहीं रहे दादा कृष्णा नेताम समाज के लिए किए कई अतुलनीय कार्य

LOK ASAR BALOD

गोण्डी के महान् साहित्यकार, लेखक , इतिहासविद, विचारक, पर्यावरणविद, समाज संगठक दादा कृष्णा नेताम जी का लिंगोवास हो गया है। समाज में शोक।

जिनका मिट्टी संस्कार 25 मार्च को ग्राम देवरभाट जिला– बालोद (छत्तीसगढ़) में संपन्न हुआ।

तीज नहावन एवं संपूर्ण कार्यक्रम 27 मार्च 2023 को देवरभाट में होगा।

पेनवासी नेताम जी द्वारा समाज के लिए किए गए कार्य अतुलनीय है। उन्होंने अखिल गोंडवाना गोंडी साहित्य परिषद के माध्यम से गोंडी साहित्य का पूरे देश में प्रचार कर समाज में अभूतपूर्व क्रांतिकारी जागरूकता लाए।

समाज को जोड़ने के लिए पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, दिल्ली सहित पूरे देश भर में महासभा के संगठन का विस्तार में अहम भूमिका अदा किए।

वर्ष 2009 में अखिल भारतीय गोंडवाना गोंड महासभा के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका।

शंभू संदेश के प्रधान संपादक के रूप में महासभा का मुखपत्र का प्रकाशन निरंतर करते रहे।

कोयानार केकराखोली में राष्ट्रीय रंग तरंग की स्थापना कर पूरे देश में संस्कृति का प्रचार किए।

वीर मेला राजाराव पठार की बुनियाद रखने में अहम भूमिका निभाई।

आदिशक्ति मां अंगारमोती के महिमा पर आधारित गीतों का रचना कर ऐतिहासिक कार्य किए ।

अखिल भारतीय गोंडवाना गोंड महासभा के राष्ट्रीय सचिव आरएन ध्रुव प्रदेश अध्यक्ष अनुसूचित जनजाति छत्तीसगढ़ ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा की पेनवासी नेताम जी का निधन हम सबके लिए अपूरणीय क्षति है। उनकी कमी की पूर्ति हो पाना असंभव है। उनके द्वारा किए गए कार्यों का बखान करना सूर्य को दीपक दिखाने के समान ही होगा।

दादा कृष्णा नेताम को लोक असर परिवार भी भावभीनी श्रद्धांजली अर्पित करता है।


केकराखोली में अखिल गोंडवाना गोंडी भाषा सम्मेलन में मुलाकात के दौरान उनके साथ में बी एल कोर्राम मध्य में दादा कृष्णा नेताम।

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