क्षमापुर में मनाया गया स्वतंत्रता संग्राम 1910 में शहीद हुए वीर शहीदों के स्मरण दिवस

लोक असर समाचार बकावण्ड

बस्तर की सर्व मूल समाज द्वारा 11 फरवरी को भूमकाल स्मृति दिवस की 114वीं वर्षगांठ मनाई गई इस अवसर पर सर्वप्रथम ग्राम क्षमापुर के आया जलनी आया, आया परदेसीन, आया मावली, बाबा भैरम पेन पुरखा को पुजारी नारायण बघेल ग्राम पुजारी द्वारा सेवा अर्जी किया गया एवं भूमकाल में शहीद परिवारों के वंशज को सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर समाज प्रमुखों ने कहा की आज की तिथि 1910 में बस्तर के विभिन्न समाज के लोगों ने अंग्रेजी हुकूमत से तंग आकर संघर्ष करती हुई अपनी प्राणों की आहुति दी थी।

भूमकाल की इस लड़ाई में वीर गुंडाधूर के सहयोगी साथी बकावंड ब्लॉक से भी रहे मानिक बर्मन (क्षमापुर)से ,माधो भतरा सौतपुर से, छोटेदेवड़ा से जकरन भतरा, कचनार से बुधु भतरा, पाहुरबेल से बुधरा भतरा, नरावंड से जयसिंह भतरा, पाहुरबेल से बदरू महारा रहे। यह कार्यक्रम भतरा समाज ब्लाक अध्यक्ष शिवशंकर कश्यप के मार्गदर्शन में रखा गया।

इस कार्यक्रम में भतरा समाज के पदाधिकारी, हल्बा समाज के, राउत समाज के सर्व आदिवासी समाज एवं माहरा समाज के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। चूंकि यह कार्यक्रम सर्व समाज मूल निवासी समाज तत्वावधान आयोजन था इसलिए सभी समाज के लोग भारी संख्या में उपस्थित हुए। आसपास के गांव के ग्राम प्रमुख पुजारी, मांझी ,नाईक, पाईक, समरथ भी उपस्थित रहे।

उदबोधन करने वालों में रतन कश्यप संभागीय अध्यक्ष भतरा समाज, श्रीमती शारदा कश्यप संभागीय उपाध्यक्ष भतरा समाज, संतु मौर्य, अध्यक्ष युवा प्रभाग सर्व आदिवासी समाज जिला बस्तर, सुभाऊ राम कश्यप पूर्व विधायक , गौतम नाग , दयानाथ कश्यप अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज ब्लाक बकावंड,सरपंच जमीरसिंह, फरसू कश्यप, अन्तू बघेल, अर्जून कश्यप, अशोक बघेल, लछिन्धर, मनसाय कश्यप, बिषम बघेल, दयाराम बघेल, टेमन सिंह सहित अन्य समाज के पदाधिकारी एवं गांव के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

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