लोक असर समाचार राजनांदगांव
छुरिया विकासखण्ड के ग्राम मुंजालकला (कुमर्दा )में पुरवाही साहित्य समिति पाटेकोहरा(से छुरिया) के बैनर तले साहित्यकार ओमप्रकाश साहू अंकुर के संयोजन एवं यारों क्लब मुंजालकला के सहयोग से परिचर्चा व मासिक गोष्ठी सम्पन्न हुई।
प्रथम सत्र में हमें साहित्य क्यों पढना एवं जानना चाहिए , विषय पर चर्चा-परिचर्चा तथा द्वितीय सत्र में उपस्थित कवियों द्वारा सरस काव्यपाठ का था।
चर्चा परिचर्चा में पुरवाही साहित्य समिति के संयोजक ओमप्रकाश साहू' अंकुर' ने कहा कि आज के युवा पीढी कि रुचि साहित्य अध्ययन पर होना आवश्यक है। साहित्य के अध्ययन से समाज का विकास होता है। ग्वाला प्रसाद ने कहा साहित्य मौलिक व लिखित रूप में होता है। प्रहलाद मिश्रा ने कहा साहित्य व्यक्ति के गुण-अवगुण को दिखाकर मांजता है।
कोमल सिंह ‘गुरु’ के अनुसार साहित्य समाज का दर्पण होता है। ग्राम पटेल अंजोरी साहू ने कहा कि साहित्य अध्ययन से समाज को नई दिशा मिलता है। हेमलाल सहारे ने कहा कि साहित्य में सबका हित होता है।

द्वितीय सत्र में उपस्थित कवियों ने कविता पाठ कर समा बांधा। ओमप्रकाश साहू अंकुर ने श्रृंगार परक गीत, अंजोरी साहू ने राम भजन, ग्वाला यादव ने कविता क्या है, प्रहलाद मिश्रा ने जीवन मूल्यों पर, कोमल गुरु जी माता-पिता की महिमा पर, नंदकुमार बिछड़ते छत्तीसगढ़ की चिन्हारी पर, हेमलाल सहारे ने गुण्डाधुर पर होरीलाल भुआर्य ने ददरिया व उमेश मतवालाद्वारा महतारी वंदन पर कविता पाठ किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि – अंजोरी राम साहू (ग्राम पटेल ) मुंजालकला कार्यक्रम की अध्यक्षता – पंडित प्रहलाद मिश्रा चिरचारीकला, संयोजक- ओमप्रकाश साहू अंकुर थे। समिति के अध्यक्ष- ग्वाला प्रसाद यादव, उपाध्यक्ष- कोमल सिंह गुरु, सचिव-हेमलाल सहारे, कोषाध्यक्ष- नंदकुमार साहु “नादान” होरीलाल भुआर्य एवं युवा संगठन यारो क्लब मुंजालकला के सदस्य सरोज सेन, चित्ररंजन साहु यशवंत यादव , तुलेश्वर यादव उपस्थित थे । संचालन ग्वाला प्रसाद यादव नटखट व धन्यवाद ज्ञापन उमेश कुमार यादव “मतवाला ” ने आभार व्यक्त किया ।
