

(lok asar के लिए raipur से प्रोफेसर के .मुरारी दास की रिपोर्ट)
गत दिवस रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर के सी वी रमन ऑडिटोरियम में विश्व वरिष्ठ दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस पर एक दिवसीय वैचारिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया . विषय था *पीढ़ियोंको जोड़ना भविष्य को संवारना .
संगोष्ठी के मुख्य अतिथि थे छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय बिलासपुर के न्यायमूर्ति गौतम भादुड़ी जी. उन्होंने अपने उद्बोधन ने कहा - जो अपने आप पर विश्वास करता है वह सब कुछ कर सकता है आप अपना कार्य पूर्ण विश्वास के साथ करिए यह आप पर निर्भर करता है कि, इसकी शुरुआत आप किस प्रकार करते हैं .उन्होंने युवाओं को बुजुर्गों के प्रति संवेदनशील होने और भावनात्मक जुड़ाव रखने की आवश्यकता पर जोर दिया.
रेडियो जॉकी माय एफएम के अनिमेष ने कहा -आज के युवाओं को बुजुर्गों से बहुत कुछ सीखने की आवश्यकता है. यदि सब कुछ मैकेनिकल्स होता तो इमोशन की कोई आवश्यकता नहीं थी. एक समय था हमारे दादा दादी और नाना नानी के पास कहानी हुआ करती थी. आज डिजिटल में हमारे पास अनेक किस्से और कहानियां है, जिसे हम दादा-दादी को फॉरवर्ड कर सकते हैं .
राष्ट्रीय सेवा योजना के सौमित्र शाह ने कहा- पहले बहुत से काम सरल हुआ करते थे, आज डिजिटल युग में वही काम कठिन होते जा रहा है. हम अपने दादा-दादी को समय नहीं देते.
कल्याणी सोशल वेलफेयर के महासचिव अजय ने -कहा आज का युवा कल के माता-पिता और भविष्य के बुजुर्ग है उन्हें यह समझना चाहिए इसलिए बुजुर्गों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए .
ए.एस.सी.ओ.एन.के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष यमला साहू ने कहा -आज का युवा भटका हुआ है, लेकिन वरिष्ठ जनों की अनुभव युवाओं को किसी अनहोनी से रोक सकता है.आज का बुजुर्ग सूर्योदय से पूर्व उठ जाता है किंतु, आज का युवा कभी सूर्योदय को नहीं देख पाता.
संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सच्चिदानंद शुक्ला ने युवाओं को नदी के विपरीत दिशा में चलकर सफलता प्राप्त करने का संदेश दिया .
संगोष्ठी में अनेक सीनियर सिटीजन संगठन के पदाधिकारी, राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यकर्ता, तथा समाजशास्त्र विभाग के स्कॉलर्स, मीडिया सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे.
संगोष्ठी का संचालन डॉ० फलेंद्र ने किया .
इस अवसर पर हेल्प एज इंडिया का राष्ट्रीय रिपोर्ट का विमोचन भी अतिथियों द्वारा किया गया .

हेल्प एज इंडिया द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में शुभंकर विश्वास, मुकेश चेलक, डॉ एस एल गजपाल ,डॉ. कलोल घोष का विशेष सहयोग रहा अजय सिंह के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ.
