( लोक असर समाचार )
आज हिसार हरियाणा में “राष्ट्रीय संयुक्त मोर्चा”- ट्रक ट्रांसपोर्ट सारथी उफ्तत्सा की कई प्रमुख परिवहन संगठनों में लगातार सभाएं हुई।

इस सभा में राष्ट्रीय प्रभारी रविंद्र बधानी ने मुद्दा उठाते हुए कहा कि ” सिंगल मोटर मालिक के साथ बीमा कंपनियां सदा ही दगाबाजीयां करती । विभिन्न प्रकार के प्रलोभनों के द्वारा एजेंट इन निजी कंपनियां से बीमा तो करवाती है किंतु क्लेम/दावे के समय किसी ने किसी बहाने के द्वारा “नो क्लेम” की चिट्ठी भेज दी जाती है। गाड़ी की स्थिति आज के बाजार में बहुत ही दुविधा जनक व दयनीय है और उसमें इस तरह निजी कंपनियों का “नो क्लेम लेटर” सिरदर्द बना हुआ है , इसलिए समस्त गाड़ी मालिकों से अपील है की गई कि निजी कंपनियों से बीमा करवाना तत्काल बंद करें। उन्होंने कहा कि मानता हूं कि कुछ दलाल संस्थाएं हैं जो इन निजी कंपनियों से मोटे कमीशन लेकर भोले भाले सिंगल गाड़ी मालिकों को बड़ी-बड़ी मीटिंग कराकर बीमा करवाने के लिए प्रेरित करते हैं किंतु हमें एक आवाज में इन निजी कंपनियों की बीमा खरीदनी बंद कर देनी चाहिए।
राधेश्याम मलिक हिसार ने इन बातों को जोड़ते हुए कहा की “अपोलो, एमआरएफ,जीके की जो टायर्स है उन्होंने योजनाबद्ध तरीके से सभी तरह के जायज क्लेम को भी ठुकराने का अभ्यास बना लिया है। क्रेकिंग, बिट छोड़ना, एक्सेस घिसाई, थ्रेड छोड़ना जैसी समस्याओं का समाधान किये बिना ही क्लेम रिजेक्ट कर देते है, इसलिए हम “राष्ट्रीय संयुक्त मोर्चा” के बैनर तले या आह्वाहन करते हैं कि पूरे देश में सभी गाड़ी मालिक खासकर सिंगल मोटर मालिक इन कंपनियों के टायर का खरीदी बंद करते हुए बायकाट करें व तत्काल इनकी खरीदारी बंद करें।
महेंद्र सिंह “सिरसा” ने कहा कि बेवजह गाड़ियों को बुलाकर फैक्ट्री, गोदाम व लोडिंग पॉइंट में खड़े रखकर तीन-तीन चार-चार दिन तक लोड नहीं किया जाता और लोड हो जाने के बाद खाली करने में भी अनलॉडिंग पॉइंट पर तीन से चार दिन आमतौर पर लेबर, पेपर ,पेमेन्ट, फैक्ट्री में मशीन ब्रेकडाउन का बहाना बनाकर गाड़ियां खड़ी करते हैं यह बिल्कुल गलत बात है हम इसका कड़ा विरोध करते हैँ। और ऐसे मामलों में जब तक भाड़ा बढ़ाकर नहीं दिया जाए तब तक गाड़ी खाली नहीं होनी चाहिए व ऐसे गोदामों, फैक्ट्री, लोडिंग पॉइंट का हमें विरोध करना चाहिए।
राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजकुमार यादव ने सभी यूनियनों/संगठनों का धन्यवाद देते हुए कहा कि जो भी स्थानीय मुद्दे हैं वह सिर्फ स्थानीय ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय संयुक्त मोर्चा के लिए राष्ट्रीय मुद्दे हैं व हम इसका भरपूर समर्थन करते हैं। इन सभी मांगों के आगे जोड़ते हुए कहा कि जिस तरह गाड़ी मालिकों ने अपने गाड़ियों की बीमा करवा रखी है । इस तरह माल भेजने वाले भी अपने सामानों का माल का बीमा करवाने का जिम्मा उठाने चाहिए बिना भी में किलोद गाड़ियों की कोई जिम्मेदारी गाड़ी मालिकों की नहीं है वह नहीं होनी चाहिए नहीं करवा पाते हैं तो 200 प्रति टन गारंटी चार्ज के नाम पर माल भेजने वाले इस राशि का वहन करें। किसी भी सूरत पर बिना माल व बिना गारंटी चार्ज के लोड किए गए माल के नुकसान व किसी तरह के टूट फुट की जिम्मेदारी न गाड़ी मालिकों की न ही ट्रांसपोर्टरों की ही होगी।
टोल, समान जी एस टी, डाला चार्ज (लोडिंग-अनलॉडिंग), वन पॉइंट चेकिंग, पुलिस विभाग/आरटीओ/ डिटीओ/खनन विभाग के मनमानी के खिलाफ संघर्ष- राष्ट्रीय संयुक्त मोर्चा (उफ्तत्सा) की प्रमुख प्राथमिकताएं रहेंगी” बैठक में नरेश गोछी, सुरेश नियाना, सुनील शर्मा, विष्णु लाम्बा, राजू प्रधान प्रमुख रूप से मौजूद रहे ।
