उसे पुकारो! रोओ उसके लिए! उसकी प्रतीक्षा करो..

(संकलन एवं प्रस्तुति मैक्सिम आनन्द) पतंग आकाश में उठ जाती है, अदृश्य हवा के सहारे। मैंने…