संतोष , जो कुछ है सुंदर है; यह अनुभूति , जबकि सांत्वना खोटा सिक्का है, जैसे अंगूर खट्टे हैं।

(संकलन एवं प्रस्तुति – मैक्सिम आनंद) वह व्यक्ति जो स्वस्थ, निर्भार , निर्बोझ, ताजा, युवा, कुंआरा…

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