इसलिए ज्‍योतिषियों के पास जो जाते है वह मनुष्‍य नहीं है…

(संकलन एवं प्रस्तुति मैक्सिम आनन्द) भाग्‍य जैसी कोई चीज मनुष्‍य के जीवन में तो नहीं होती।…