LOK ASAR JHARSUGUDA
अखिल भारतीय गोंडवाना गोंड महासभा द्वारा झारसुगुड़ा उड़ीसा में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय महाधिवेशन अवसर पर गहन विचार चिंतन पश्चात 13 फरवरी को प्रमुख रूप से निम्नानुसार प्रस्ताव पारित किए। हम गोंड हैं, हमारी जाति गोंड है एवं धर्म गोंडी है। यह प्रस्ताव प्रथम अखिल भारतीय गोंडवाना गोंड महासभा में पारित हुआ है, जिसे पुन: 15वें महाधिवेशन झारसुगुड़ा उड़ीसा में दोहराती है एवं गोंडी भाषा को भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में सम्मिलित करने की मांग करती है। आगामी होने वाले जनगणना में धर्म कालम में आदिवासी गोंडी लिखे जाने हेतु महासभा पुनः सभी सगाजनों से अपील करती है। महाधिवेशन में महासभा का विचार है कि समान नागरिक संहिता प्रस्तावित बिल का विरोध किया जावे। अखिल भारतीय गोंडवाना गोंड महासभा यह प्रस्तावित करती है कि कॉलेजियम सिस्टम समाप्त कर सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट एवं न्यायिक सेवा में न्यायाधीशों की नियुक्ति अखिल भारतीय न्यायिक सेवा के माध्यम से किया जावे। जिससे सभी वर्गों को समान प्रतिनिधित्व मिल सके। महासभा यह प्रस्तावित करती है कि गोंड समाज के जन्म, विवाह, मृत्यु तथा अन्य सामाजिक संस्कार का मॉडल नियम, रीति–रिवाज बनाया जाकर महासभा के माध्यम से प्रचारित किया जावे। महासभा यह प्रस्ताव पुनः प्रस्तावित करती है कि सभी प्रकार के गोंड समाज अपने क्षेत्रीय विशिष्टता कायम रखते हुए वैवाहिक लेनदेन में व्यवधान उत्पन्न ना कर एकीकरण का मार्ग प्रशस्त करे।
महासभा यह प्रस्तावित करती है कि सभी राज्य अपने अपने राज्य मुख्यालय में युवक –युवती परिचय सम्मेलन आयोजित करे एवं राष्ट्रीय महासभा आगामी सत्र में बेंगलुरु में परिचय सम्मेलन आयोजित करेगी। महासभा यह प्रस्तावित करती है कि गोंड समाज के शहीद स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, कलाकार, लेखकों की जानकारी संकलित कर उसे शैक्षणिक पाठ्यक्रम में सम्मिलित करने की मांग की जावेगी। तेलंगाना 2019 में आयोजित राष्ट्रीय महासभा द्वारा गठित कार्यकारिणी का कार्यकाल 3 वर्षों के लिए बढ़ाया गया था। कार्यकाल पूर्ण होने उपरांत राष्ट्रीय कार्यकारिणी को भंग कर नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों जैसे जन्म, विवाह, मृत्यु संस्कार आदि में फिजूलखर्ची रोकने बर्तन कपड़ा आदि के स्थान पर नगद राशि भेंट किए जाने का प्रस्ताव पारित किए। महासभा यह प्रस्तावित करती है कि गैर आदिवासियों द्वारा आदिवासी युवतियों से जमीन खरीदी हेतू विवाह करते हैं एवं जमीन हथिया लेते हैं ।इस विषय पर एक समिति कानूनी पहलुओं का अध्ययन कर सुझाव देगी। गोंड समाज के धार्मिक एवं संस्कृति एवं ऐतिहासिक महत्व के स्थलों के संरक्षण संवर्धन हेतु महासभा कृत संकल्पित है।
मितव्ययिता रोकने, समय और पैसों की बचत हेतु गोंडवाना गोंड महासभा द्वारा दिनांक 11 मार्च 2023 को गोंडखपरी जिला बलौदा बाजार छत्तीसगढ़ में आयोजित सामूहिक सामाजिक विवाह में अधिकाधिक संख्या में भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाने का आह्वान किया।