नवीन पदस्थापना के बाद रजनीश मिश्रा विवादों में क्यों घिरे हैं।जाने क्यों किया जा रहा है विरोध?

आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में स्थानीय आदिवासी को ब्लॉक शिक्षा अधिकारी बनाया जावे*

लोक असर नारायणपुर/बालोद

नारायणपुर जिले के विकासखंड ओरछा के सहायक खण्ड शिक्षा अधिकारी की नवीन पदस्थापना के बाद से ही विवादों के घेरे में हैं। जिसके चलते लगातार अलग – अलग जनजातीय संघ व कर्मचारी संघों ने पदस्थापना के विरोध में मोर्चा खोल रखा है।

ताजा मामला छ.ग.अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ नारायणपुर द्वारा कमिश्नर, बस्तर संभाग को सौंपे ज्ञापन का है। ज्ञापन में उल्लेख है कि रजनीश मिश्रा की शिक्षा विभाग में नियुक्ति वर्ष 2009 की है और वे कोण्डागांव जिले में सहायक शिक्षक एल.बी.के पद पर कार्यरत थे। संयुक्त संचालक शिक्षा, संभाग बस्तर, जगदलपुर के आदेशानुसार उन्हें दिनाँक 07/02/2022 को शिक्षक, एल.बी. के पद पर पदोन्नति उपरांत पदस्थापना मा.शा.खैराभाट जिला – नारायणपुर दी गई। शिक्षक एल.बी.पद पर पदोन्नति के 3- 4 दिनों में ही दिनाँक 10/02/2022 को जे.डी.शिक्षा के आदेशानुसार सहायक खण्ड शिक्षा अधिकारी ओरछा का पदभार दिया गया है।

उपरोक्त नियुक्ति पदस्थापना में जिले के स्थानीय अजजा संवर्ग के शिक्षकों की वरिष्ठता एवं योग्यता की अनदेखी कर कोण्डागांव जिले में सेवारत तथा हाल ही में पदोन्नत शिक्षक, एल.बी. को एबीईओ ओरछा का पदभार दिया गया है। इस पूरी कार्यवाही में नवपदस्थ एबीईओ ओरछा एवं शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की मिलीभगत स्पष्ट होती है कि किस प्रकार से इतने कम समय में नियमों को ताक में रखकर मापदंड के बगैर शिक्षा विभाग द्वारा अपने चहेते शिक्षक को उपकृत करने का प्रयास किया गया है।

इसके पूर्व भी संघ की ब्लॉक इकाई ओरछा, जिला कार्यकारिणी नारायणपुर एवं अबुझमाड़िया समाज द्वारा भी माननीय विधायक नारायणपुर चंदन कश्यप एवं कलेक्टर नारायणपुर को इस संबंध में ज्ञापन दिया गया है। अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ छत्तीसगढ़ के प्रांताध्यक्ष आर एन ध्रुव द्वारा आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में स्थानीय आदिवासी को ब्लॉक शिक्षा अधिकारी बनाए जाने की मांग किए हैं।

इस सिलसिले में संघ के जिला शाखा नारायणपुर के प्रतिनिधि मंडल ने कमिश्नर बस्तर संभाग श्याम धावड़े को ज्ञापन प्रस्तुत कर अपनी माँगों को रखा है। कमिश्नर ने इस मामले में सकारात्मक कदम उठाने की बात कही है और जाँच का भरोसा दिया है।

संघ के पदाधिकारियों की माँग है कि नारायणपुर जिला आदिवासी बाहुल्य एवं पाँचवी अनुसूचित क्षेत्र है। जिले में अधिकांश अजजा संवर्ग के शिक्षक लंबे समय से कार्यरत हैं। इसलिए आदिवासी शिक्षकों की योग्यता एवं वरिष्ठता का ध्यान रखते हुये क्षेत्र के सामाजिक, भौगोलिक एवं साँस्कृतिक पृष्ठभूमि से जुड़ाव रखने वाले अजजा संवर्ग के प्रधान अध्यापक, माध्यमिक शाला अथवा शिक्षक, एल.बी.को ही एबीईओ ओरछा का पदभार दिया जाये एवं रजनीश मिश्रा, सहायक खण्ड शिक्षा अधिकारी ओरछा के पदस्थापना आदेश को निरस्त किया जाये।

कमिश्नर बस्तर संभाग को ज्ञापन सौंपने के दौरान जिला शाखा के अध्यक्ष अशोक उसेंडी, उपाध्यक्ष दीनदयाल शोरी, संतुराम नुरेटी, महासचिव भागेश्वर पात्र, सचिव हरेश ठाकुर, संयुक्त सचिव संगीता ध्रुव, डॉ.दीपेश रावटे, मीडिया प्रभारी ईश्वर कश्यप, कार्यकारिणी सदस्य धनेश्वरी नाग, सुंदर नाग, माखन पात्र, अजीत कुमेटी, कमलेश उसेंडी, अनूराग नाग, फागूराम नुरेटी, भूपेन्द्र कुमेटी एवं अन्य सदस्य उपस्थित थे।

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