LOK ASAR KOYLIBEDA
गोंडी शब्द संग्रह यात्रा के दौरान तीन दिवसीय आनलाईन शब्द संग्रह करने शुभारंभ बालक आश्रम घोड़ागांव में मुख्य अतिथि श्रीमती देवली नरेटी अध्यक्ष जनपद पंचायत कोयलीबेड़ा, सीजी नेट टीम संचालक रायपुर शुभ्रांशु चौधरी, केजूराम सिन्हा खंड शिक्षा अधिकारी, दामेसाय बघेल बीआरसी, सांस्कृतिक स्रोत एवं प्रशिक्षण संस्थान नई दिल्ली से प्रशिक्षित शिक्षक कृष्णपाल राणा, सोपसिंह नेताम आदि के उपस्थिति में विधिवत पूजा अर्चना कर शुभारंभ किया गया।

गोंडी भाषा में बच्चों के द्वारा स्वागत गीत और अर्जी पाटा प्रस्तुत किया गया। दामेसाय बघेल द्वारा स्वागत उद्बोधन एवं गोंडी शब्द संग्रह के उद्देश्य और मानकीकरण पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। केजूराम सिन्हा ने कहा कि हमारी समाज की संस्कृति की संरक्षण एवं संवर्धन करना हमारा कर्तव्य है।
कृष्णपाल राणा द्वारा जानकारी दी गई कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में प्रारंभिक शिक्षा मातृभाषा में ही करने पर जोर दिया गया है इस तारतम्य में देश के विभिन्न प्रदेशों एवं क्षेत्रों में गोंडी भाषा बोली जाती है जिससे क्षेत्र का प्रभाव से अलग अलग क्षेत्र में अलग अलग शब्दों का प्रयोग किया जाता है इस लिए सभी क्षेत्रों का शब्दों का संग्रह कर ऐप्स के माध्यम से आनलाइन संग्रह कर मानक शब्दों का चयन किया जाएगा। मानकीकरण शब्द बनाकर पुस्तक निर्माण किया जाएगा। इसके लिए शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन द्वारा सहयोग किया जा रहा है।
कृष्णपाल राणा ने शासन से मांग रखी कि छत्तीसगढ़ राज्य स्तर पर मातृभाषा में शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए सभी क्षेत्रों में सर्वेक्षण किया जाए और किन गांवों में कौन सी बोली भाषा बोली जाती है उसी आधार पर उक्त बोली भाषाओं में पाठ्य-पुस्तक प्राथमिक शिक्षा के लिए उपलब्ध कराया जाए ताकि हमारी समृद्धिशाली सांस्कृतिक विरासत बोली भाषाओं को संरक्षित एवं संवर्धन किया जा सके। जनपद पंचायत कोयलीबेड़ा अध्यक्ष देवली नरेटी ने गोंडी में संबोधित किया।

इस दौरान रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में सोपसिंह नेताम, राजाराम कोमरा, मैनूराम किंरंगा, पीलसाय नरेटी, सोमारु राम गावड़े, श्याम लाल दूग्गा, दशरथ उयके, सदाराम नाग, चंद्राराम भगत, दिनेश नाग, दिनेश देहारी, असीम राय एवं बिहार, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, उड़ीसा छत्तीसगढ़ राज्य से बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन कृष्णपाल राणा द्वारा किया गया।

