इम्पा का तृतीय राज्य अधिवेशन में प्रदेश भर के विभिन्न चिकित्सा व्यवसाय से जुड़े हकीम, वैद्य, एवं विशेषज्ञ जुड़े

लोक असर रायपुर/ बालोद

इंपा अर्थात देश भर के मूलनिवासी चिकित्सा व्यवसाय से जुड़े उन लोगों संगठन जिसकी कल्पना बाबासाहेब आंबेडकर ने की थी . इसका अंग्रेजी का संक्षिप्त रूप है IMPAजिसका अर्थ होता है ‘ इंडियन मेडिकल प्रोफेशनल एसोसिएशन’ जिस संगठन का तृतीय राज्य अधिवेशन नवा रायपुर के वीआईपी रोड पर स्थित होटल वेलकम श्री में संपन्न हुआ .
कार्यक्रम का उद्देश्य एवं भूमिका सीईसी सीईसी सदस्य नई दिल्ली के डॉ. संजय बोरकर ने रखा. मुख्य वक्ता इंपा के राष्ट्रीय प्रभारी डॉ.रवि भालेराव थे .


अध्यक्षता करते हुए इंपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर मगन ससाने ने सरकार की नई आर्थिक नीति के माध्यम से पीपीपी, एनईटी, के माध्यम से देश के मूल निवासियों के अधिकार को षडयंत्र पूर्वक किस प्रकार खत्म किया जा रहा है पर अपनी बात रखते हुए कहा सरकार यहां के लोगों को विदेशी तथा दूसरे देश के आयातित लोगों को देसी बनाने पर जुटी हुई है उन्होंने कहा हम अपने वोट के अधिकार से राजा चुनते हैं जिस दिन हम अपने वोट के अधिकार से राजा बनाएंगे उस दिन सही लोकतंत्र देश में स्थापित होगा लोकतंत्र को यदि जीवित रखना है तो हमें सरकार न्यायपालिका और कार्यपालिका में उनके प्रभाव को कम करना होगा या फिर 5 साल उच्च जातियों की सरकार है तो अगले 5 साल तक शूद्रों की सरकार होना आवश्यक है क्योंकि ये उच्च वर्ग कभी सेक्यूलर तो कभी हिंदुत्व का चोला ओढ़ कर हमारे सामने आती है और हमें अधिकार विहीन भी करती है जो कि लोकतंत्र के लिए घातक है.
इस राज्य अधिवेशन को सरगुजा के जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ डीपी शांडिल्य वरिष्ठ आयुर्वेदिक एवं पंचकर्म विशेषज्ञ डॉ मुकेश माहोर तर्कशील परिषद के अध्यक्ष एवं तथागत संदेश के संपादक डॉ. आरके सुखदेवे, रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर मनीष मेश्राम, डॉ श्रीमती हुमने सहित राज्य भर से अनेक लोगों ने अपनी सामाजिक परिवर्तन वादी क्रांतिकारी विचार रखें .
कार्यक्रम का संचालन इंपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ आर एस मरकाम ने किया.इस अवसर पर कार्यक्रम को कवरेज करने के लिए अनेक सोशल मीडिया एक्टिविस्ट मौजूद थे.

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