LOKASAR BALOD
वनांचल क्षेत्र कांकेर जिला के दुर्गुकोंदल ब्लॉक के पांचवी अनुसूचित क्षेत्र के आश्रित गांव भेजर में 44 गांव के लोगों ने ग्राम सभा को आर्थिक, सामाजिक ,रोजगार, शिक्षा ,स्वास्थ्य, जल ,जंगल जमीन को कैसे हम अपने गांव में बढ़ावा दें और पेसा एक्ट के तहत् ग्रामसभा को कैसे मजबूत करें और गांव के विकास कैसे नया माडल बना सकते हैं । इसे लेकर ग्रामीणों द्वारा बैठक रखी गई थी, जिसमें बच्चों से लेकर सभी वर्ग लोग शामिल रहे ।
इसके तहत नशा मुक्ति का अभियान चलाये जाने का निर्णय गांव वालों ने संविधान को साक्षी मानकर लिया। और गांव को नशा मुक्ति करने की शपथ ली गई तथा गांव की ग्रामसभा को एक नया रूप देने 44 गांवों के ग्रामवासियों ने संयुक्त निर्णय लिया।
*नशा करने से परिवार और समाज दोनों आर्थिक रूप से कमजोर कर देता है: सोमा आचला
सोमा आचला ने कहा कि हमें अपने परिवार के साथ समाज का ध्यान रखते हुए अपने चरित्र को साफ सुथरा बनाना चाहिए। क्योंकि नशा में लिप्त व्यक्ति अपने परिवार और समाज दोनों के लिए कष्टदायी बन जाते हैं । नशा किसी भी प्रकार का हो व्यक्ति के लिए हानिकारक होता है। तंबाकू व अन्य नशीले पदार्थों के सेवन के कारण नौजवानों में शारीरिक कमजोरी , हृदय रोग ,फेफड़ों से संबंधित ,बीमारियां बढ़ रही है । तंबाकू कैंसर का भी मुख्य कारण है। जिसके निष्क्रिय धूपप्रान से बच्चों और महिलाओं में भी हो सकता है।
इस मौके पर धरमू आचला, निरीगसाय नरेटी, बिसरू आचला, लाल पुडो, सुरजू पुड़ो, सोमा आचला, हरसिंग कोवाची , मुकेश कोवाची , सभी गांव के ग्रामसभा के अध्यक्ष , सरपंच , पटेल, गायता सहित ग्रामवासी उपस्थित थे। यह जानकारी सामाजिक कार्यकर्ता नीलिमा ने दी।

