कलस्टर ग्रामों को बहुआयामी बनाने के लिए 6 माह से 5 वर्षों तक लाभान्वित करने वाली कृषि कार्य योजना बनाने के दिये निर्देश
‘‘रीपा‘‘ में निर्मित उत्पादों के लिए स्थानीय बाजारों को अनुकूल बनाये-कलेक्टर
LOK ASAR DANTEWADA
( दंतेवाड़ा से लोक असर प्रतिनिधि जितेन्द्र कोरे की रिपोर्ट)
दंतेवाड़ा कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी द्वारा कुआकोण्डा ब्लॉक अतंर्गत एफआरए कलस्टर ग्राम रेंगानार सहित रीपा मोखपाल, बड़े गुडरा, मैलावाड़ा का गहन निरीक्षण किया गया। सर्वप्रथम ग्राम रेंगानार में पहुंचकर कलेक्टर ने कलस्टर क्षेत्र में चल रहे कृषि, उद्यान एवं वन विभाग द्वारा संयुक्त कार्ययोजना का अवलोकन करते हुए कहा कि कलस्टर ग्रामों में एफआरए कलस्टर में 2 माह में 6 माह में 1 वर्ष में 2 वर्ष में और 5 वर्ष में लाभ देने वाले खेती और शीघ्र उपज देने वाली शाक-सब्जी उत्पादन का कार्ययोजना तैयार करें तथा इससे जुड़े कृषकों की सूची बनाकर लक्ष्य बनाये ताकि किसान वर्ष भर कलस्टर क्षेत्र से निरंतर आय अर्जित करें। साथ ही इन कृषकों को अन्य जिलों का भ्रमण कराकर उन्हें उन्नत खेती का प्रशिक्षण दिलाना सुनिश्चित करें। इसके अलावा उन्होंने यहां आम पौधा रोपण स्थल में साफ-सफाई कराने को भी कहा। इसके साथ ही अपने दौरे के दौरान ग्राम बड़ेहड़मामुंडा तथा मोकपाल एवं बड़े गुडरा के ग्रामीणों से कृषि संबंधी चर्चा भी किया। ग्रामीणों ने भी उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराया। कलेक्टर ने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि कटेकल्याण एवं दन्तेवाड़ा विकासखण्ड स्तर पर भी मॉडल प्लान्टेशन संचालन करने के लिए कार्ययोजना प्रस्तुत करें।

इसके साथ ही कलेक्टर ने ‘‘रीपा‘‘ मैलावाड़ा पहुंचकर फुल झाड़ू बना रही महिलाओं से भी संवाद किया। यहां कलेक्टर ने कहा कि रीपा में निर्मित हो रहे स्थानीय उत्पादों के लिए जिले के हाट बाजारों में स्टॉल लगाकर विक्रय की व्यवस्था करें जिससे यहां बने हुए सामग्रियों कों एक अच्छा बाजार उपलब्ध होगा। इसके साथ ही उन्होंने रीपा के लेखा प्रबंधन के संबंध में प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा। इसके अलावा कलेक्टर ने उपस्वास्थ्य केंन्द्र कुआकोण्डा और टिकनपाल पहुंचकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। यहां कलेक्टर ने एनआरसी केन्द्र में प्रसाधन कक्षों एवं नाली की साफ-सफाई के अलावा वार्ड रूम में टाइल्स के मरम्मत कराने के भी तत्काल निर्देश दिये, साथ एक बड़े डस्टबीन की व्यवस्था करने को भी कहा। इसके साथ कलेक्टर ने निर्देश दिया कि एक सप्ताह के भीतर तीस बिस्तर युक्त एनआरसी की कार्ययोजना प्राक्कलन सहित प्रस्तुत करें।
इसके अलावा कलेक्टर ने किरन्दुल, पालनार शालेय संस्थाओं का भी अवलोकन किया। किरन्दुल स्थित आस्था गुरुकुल में पहुंकर कलेक्टर ने 120 सीटर आश्रम निर्माण, बच्चों के परिजनों के रूकने के लिए कक्ष की व्यवस्था, पेयजल सुलभ करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया।इसके साथ ही कलेक्टर ने ग्राम पालनार में ही चल रहे शालेय छात्रों की खेल कुद प्रतियोगिता में भी उपस्थित होकर छात्रों को प्रोत्साहित किया। यहां उन्होंने मांग अनुसार 13 शैक्षणिक संस्थाओं के लिए खेलकूद सामग्री की सूची बनाकर उपलब्ध कराने को कहा। इस मौके पर एसडीएम जयंत नाहटा, डीएफओ सागर जाधव, डिप्टी कलेक्टर विवेक चंद्रा सीईओ मोहनिश देवांगन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहें।
