लोक असर समाचार बालोद
कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल ने आज जिले के बालोद विकासखण्ड के ग्राम बघमरा में किसान लक्ष्मी नारायण साहू के खेत में कृषि कार्य में नई टेक्नोलाॅजी ड्रोन द्वारा नैनो डीएपी एवं यूरिया का छिड़काव के डेमोंस्ट्रेशन कार्य का अवलोकन किया। इस दौरान ड्रोन के माध्यम से 07 मिनट से कम की अवधि में लगभग 01 एकड़ खेत में नैनो डीएपी एवं यूरिया का छिड़काव किया गया।
कलेक्टर ने ड्रोन डेमोंस्ट्रेशन को देखकर इसकी सराहना की तथा इसे किसानों के लिए बहुत ही उपयोगी एवं कारगर बताया। और कहा कि इस नई तकनीक के माध्यम से किसानों की समय एवं श्रम की बचत होगी। उन्होंने कहा कि ड्रोन से खाद एवं कीटनाशक दवाईयों की छिड़काव करने से लागत भी बहुत कम आएगी। मौके पर उपस्थित किसानों ने बहुत ही कम अवधि में ड्रोन द्वारा लगभग 01 एकड़ क्षेत्र की सफलतापूर्वक छिड़काव करने पर प्रसन्नता व्यक्त की। इन सभी किसानों ने इस नई तकनीक को किसानों के लिए बहुत ही उपयोगी बताते हुए इसे अपने खेतों में उपयोग करने की इच्छा जताई।
कलेक्टर ने ड्रोन ऑपरेटर कुमारी चित्ररेखा साहू के द्वारा सफलतापूर्वक ड्रोन के संचालन की भी सराहना की। मौके पर उपस्थित कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के बिहान समूह के सदस्य कुमारी चित्ररेखा साहू को इस ड्रोन के संचालन हेतु प्रशिक्षण संस्थान ग्वालियर से प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। उन्होंने बताया कि ड्रोन ऑपरेटर सुश्री चित्ररेखा साहू द्वारा जिले के कुल 200 स्थानों में इस ड्रोन का डेमोंस्ट्रेशन एवं किसानों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इस दौरान कलेक्टर ने ड्रोन ऑपरेटर कुमारी चित्ररेखा साहू को ड्रोन संचालन प्रशिक्षण संस्थान ग्वालियर द्वारा प्रदान किए गए ड्रोन संचालन का प्रमाण पत्र प्रदान कर उन्हें शुभकामनाएं दी। उप संचालक कृषि जीएस धुर्वे ने बताया कि ड्रोन से छिड़काव सूक्ष्म पोषक तत्व, कीटनाशक आदि का छिड़काव पारंपरिक विधियों की तुलना में अधिक कारगर है।

यह ड्रोन लगभग 5 मिनट में 01 एकड़ का छिड़काव कर सकता है। इसके साथ ही ड्रोन से रसायनों का छिड़काव समान रुप से होता है जिससे फसलों को उर्वरक व दवाई की समान मात्रा मिलती है। इससे फसलों की वृद्धि के साथ समय की बचत होती है। इस दौरान सहायक संचालक एसएन ताम्रकार एवं अन्य अधिकारियों के अलावा कृषकगण उपस्थित थे।
