(दंतेवाड़ा से हमारे संवाददाता उमा शंकर की रिपोर्ट)
(लोक असर समाचार दंतेवाड़ा)
सर्वविदित है कि विश्व मूलनिवासी दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य मूल निवासियों के अधिकारों, संस्कृति एवं सुरक्षा को बढ़ावा देना इस तारतम्य में संयुक्त राष्ट्र संघ के चार्टर अनुसार 21 वीं सदी में भी विश्व के विभिन्न देशों में जनजातीय समाज अपनी उपेक्षा, गरीबी, अशिक्षा, स्वास्थ्य सुविधा का अभाव, बेरोजगारी एवं बंधुआ मजदूर जैसे समस्याओं से ग्रसित हैं. जनजातीय समाज के उक्त समस्याओं के निराकरण हेतु विश्व के ध्यानाकर्षण के लिए वर्ष 1994 में ’’संयुक्त राष्ट्र संघ’’ के महासभा द्वारा प्रतिवर्ष 9 अगस्त को ’’विश्व के स्वदेशी लोगों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस’’ मनाने का फैसला लिया गया हैं।
विधिवत शुभारंभ
इस कड़ी में विश्व आदिवासी दिवस पर आज जिले के मां दंतेश्वरी मंदिर के प्रांगण स्थित ’’मेढ़का डोबरा’’ में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सर्व प्रथम पारंपरिक ढंग से जनजातीय झंडा वंदन कर, सांस्कृतिक परंपरा के अनुसार कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया।
इनकी रही उपस्थिति
मुख्य अतिथि क्षेत्र के परगना प्रमुख अर्जुन मांझी, प्रदेश अध्यक्ष ललित नरेटी, सुरेश कर्मा विशेष रूप से समाज प्रमुख मंगल सिंह बघेल, महादेव नाग, अर्जना कारम, आर.एन. साय, बी. के. एक्का, त्रिपुरारी सिंह मंडावी राज ओयामी, सोमडू भास्कर, सुकालू मुड़ामी, मार्का सोढ़ी, जितेंद्र वेट्टी आदि उपस्थित थे एवं अन्य समाज प्रमुखों सहित जनप्रतिनिधिगण, कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी, पुलिस अधीक्षक गौरव राय, जिला पंचायत सीईओ कुमार विश्वरंजन, एसडीएम जयंत नाहटा, अपर कलेक्टर राजेश पात्रे,आदिवासी विकास विभाग उपायुक्त के.एस. मसराम सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।
विकास के लिए शिक्षा सर्वाधिक जरूरी
विश्व मूलनिवासी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए मुख्य अतिथि सहित अन्य वक्ताओं ने कहा कि अपने संबोधन में समाज के सर्वागीण विकास के लिए शिक्षा सर्वाधिक जरूरी बताया साथ ही जल, जंगल जमीन की रक्षा करने हेतु सचेत रहने का आव्हान करते हुए आदिवासी हितों और अधिकारों के प्रति जागरूकता लाने के लिए समाज को एकजूट होने को कहा।
सामुदायिक वन अधिकार मान्यता पत्र का वितरण
इस मौके पर वन अधिकार पत्र, भी वितरित किये गये । इसके तहत 57, हितग्राहियों को व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र,190, हितग्राहियों को सामुदायिक वन अधिकार मान्यता पत्र, सामुदायिक वन संसाधन मान्यता पत्र के अन्तर्गत 6 तथा सामुदायिक वन संसाधन मान्यता पत्र (नगरीय निकाय) 1 हितग्राही को प्रमाण पत्र दिये गये। कार्यक्रम में अन्य राज्यों जैसे झारखण्ड एवं ओडिशा से आये लोकनृत्यक दलों द्वारा पारंपरिक लोक नृत्यों का प्रदर्शन भी किया गया।
इसके पूर्व समाज के युवा वर्ग द्वारा गीदम बाईपास से एसबीआई चौक तक बाइक रैली निकाली गई। इसके अलावा संध्या ’’दायरा जादू बस्तर’’ म्यूजिकल बैंड द्वारा गीत संगीत कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।