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मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय राजधानी रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने कहा छत्तीसगढ़ का अनुसूचित जनजाति समाज हमारी सांस्कृतिक धरोहर, परंपराओं और मूल्यों का संवाहक है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जनजाति समाज के विकास और उत्थान के लिए राज्य शासन के प्रयासों के साथ-साथ आप सभी की सहभागिता और समर्पण महत्वपूर्ण है। जनजातीय समाज के कल्याण के लिए यह स्वर्णिम समय है। राज्य और केन्द्र सरकार ने जनजातीय समाज के उत्थान को अपनी सर्वाेच्च प्राथमिकता में रखा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने जनजातीय समाज के उत्थान के लिए जो योजनाएं, नीतियां और कार्यक्रम बनाए हैं, उन्हें सफ़ल करने का दायित्व आपका भी है। हम सभी का सौभाग्य है कि हमें यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मजबूत नेतृत्व मिला है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं एक बात आपसे विशेष रूप से कहना चाहता हूं कि हमारी-आपकी प्राथमिकता भले ही जनजातीय समाज है, लेकिन हम और आप प्रदेश के सभी नागरिकों के विकास के लिए जिम्मेदार हैं। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास हमारा ध्येय होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का यह शपथ समारोह यह बताता है कि आप सभी एकजुट होकर प्रदेश को एक नई दिशा देने के लिए तैयार हैं। प्रदेश के और खासकर जनजातीय समुदायों के विकास के लिए सरकार के प्रयासों के साथ-साथ आप जैसे कर्मठ सेवकों का योगदान बेहद महत्वपूर्ण है। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में आपका कार्य समाज को प्रेरणा देता है। मुझे विश्वास है कि आपकी सेवाओं के माध्यम से हमारे प्रदेश का हर कोना विकास और समृद्धि की ओर अग्रसर होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं इस मंच से यह कहना चाहता हूँ कि हमारी सरकार आपकी हर सकारात्मक पहल में आपका साथ देगी। हम सब मिलकर छत्तीसगढ़ को एक सशक्त, आत्मनिर्भर और समावेशी प्रदेश बनाएंगे। आशा करता हूँ कि आपके प्रयास प्रदेश के हर नागरिक के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएंगे।
छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ के प्रांताध्यक्ष आर . एन. ध्रुव ने अपने सम्बोधन में पदोन्नति में आरक्षण की बहाली, बस्तर, सरगुजा संभाग में स्थानीय स्तर की भर्ती पुनः शुरू किए जाने सहित समाज की विभिन्न मांगों से अतिथियों को अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने उनकी मांगों पर विचार कर उचित निर्णय का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री ने लोकसंस्कृति पर केंद्रित डुमनलाल ध्रुव की किताब ‘‘लोक जीवन के बदलते संदर्भ‘‘ और छत्तीसगढ़ी कहानियों के संग्रह ‘‘मन के पाखी‘‘ का विमोचन किया।
कार्यक्रम को राज्यसभा सांसद देवेंद्र प्रताप सिंह, पूर्व संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी पूर्व अध्यक्ष जनजाति सेवक संघ, विधायक केशकाल नीलकंठ टेकाम, विधायक बिंद्रानवागढ़ जनक ध्रुव, विधायक पाली तानाखार तुलेश्वर मरकाम, पूर्व प्रांताध्यक्ष सरजियस मिंज ने भी संबोधित किया। इस अवसर संघ के संरक्षक जे आर ठाकुर (आई पी एस),प्रांतीय उपाध्यक्ष कमलेश ध्रुव , सदेसिंह कोमरे , एम.पी.सिंह कंवर, महासचिव एन आर चंद्रवंशी, सचिव जयसिंह राज, श्रीराम ध्रुव, लवन सिंह कंवर, संयुक्त सचिव डॉ. कैलाश मरकाम , गजलू पोडियाम , जयश्री कुमार रोहित, मंगलू कश्यप, एस.पी. ध्रुव, देवलाल दुग्गा , कोषाध्यक्ष ललित मोहन भगत ,प्रांतीय सदस्य सुरेंद्र भोई, भरत लाल मार्को, टामेश्वर ठाकुर , हिड़मा सोढ़ी , डॉ कृपाराम ठाकुर , नाथूराम ध्रुव , जी आर कंवर, नरसिंह ध्रुव, चंद्रेश ठाकुर , योगेश ठाकुर , राजदेव राम लकड़ा , साधुराम नेताम,लखेश्वर श्याम, टी आर रावटे, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष गोंडवाना गोंड महासभा हिम्मत सिंह आरमो , दिलदार सिंह मरावी, जिलाध्यक्ष गण रामप्रसाद नेताम कांकेर, अशोक उसेंडी नारायणपुर, मन्नाराम नेताम कोंडागांव, डी एस नेताम बस्तर, मासा कुंजाम दंतेवाड़ा, कोमलदेव मरकाम सुकमा, जगबंधु मांझी बीजापुर,आर.सी. ध्रुव बिलासपुर, अविनाश सिदार सारंगढ़ बिलाईगढ़, विजय राज सिंह सक्ती, एफ.एल. सिदार रायगढ़, चंद्रविजय आर्मो सूरजपुर, मेघसाय सिंह जसपुर, चंद्रिका पैकरा कोरिया, डॉ एस एस सिंह मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर, जी.एस. कवर कोरबा, नारायण पैकरा गौरेला पेंड्रा मरवाही, अकत ध्रुव मुंगेली, आसकरण धुर्वे कवर्धा, एच.आर. ध्रुव बेमेतरा, बहादुर सिंह खुसरो खैरागढ़ छुईखदान गंडई, धनेश्वर सिंह धुर्वे दुर्ग , लेखराम मात्रा राजनांदगांव , अरविंद गोटे मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी, एम एल ध्रुव महासमुंद, सुरेश पैकरा बलोदाबाजार, भागसिंह ठाकुर गरियाबंद, अमर विजय राम बलरामपुर, मनोहर पैकरा रायपुर के साथ बड़ी संख्या में पूरे प्रदेश भर से आए हुए अधिकारी कर्मचारी, सामाजिक मुखिया गण उपस्थित थे।