lok asar balod
11 दिसंबर सम्बुद्ध प्रज्ञा पुरुष ओशो के जन्म दिवस है।
इस मौके पर ओशो संन्यासियों ने बालोद जिले के सुरम्य वादियों से लबरेज स्थल जो कि तांदुला जलाशय के डूब क्षेत्र, तांदुला नदी का तट एवं घुमावदार घाट और घने जंगलों तथा पहाड़ के किनारे स्थित हर्राठेमा आश्रम एवं ध्यान साधना केंद्र में सादगीपूर्ण और हर्षोल्लास पूर्वक ओशो जन्मोत्सव मनाया गया।
प्रातः नौ बजे से ही ओशो संन्यासियों का आना प्रारंभ हो गया था। इस अवसर पर लगभग तीन दर्जन से भी अधिक संख्या में सन्यासी उपस्थित रहे।
हर्राठेमा ओशो ध्यान साधना केंद्र में पहुंचे संन्यासियों द्वारा आश्रम प्रांगण में विभिन्न ध्यान का प्रयोग किया गया। इस के अलावा ओशो के प्रवचनों का श्रव्य किया गया।
इस ध्यान केन्द्र में भिलाई, दुर्ग, बोरसी, बेलौदी, चारामा, बालोद के साथ ही गुरुर, सोरर, करहीभदर, पेंवरो, गुण्डरदेही आदि स्थानों से ओशो सन्यासी आयोजन में शिरकत किए थे।
इसका संचालन स्वामी जीवन रहस्य भिलाई ने किया। आयोजन में प्रमुख भूमिका में रही आश्रम के केयरटेकर स्वामी महेंद्र ।