संघ ने कहा लिखित आदेश मिलने तक जारी रहेगा एनएचएम कर्मचारियों का आंदोलन, आंदोलन से स्वास्थ्य सेवाएं ठप्प

(लोक असर समाचार बालोद )

छत्तीसगढ़ प्रदेश एनएचएम कर्मचारी संघ द्वारा नियमितीकरण/सविलियन, ग्रेड पे, लंबित 27% वेतन वृद्धि सहित 10 सूत्रीय मांगों को लेकर चल रहा अनिश्चितकालीन आंदोलन लगातार तेज हो रहा है।
आज एनएचएम कर्मचारियों के हड़ताल का 15वा दिन था बालोद में भारी बारिश के बीच भी कर्मचारी बस स्टैंड में डटे रहे। बालोद बस स्टैंड में पानी भरने के बावजूद कर्मचारियों के उत्साह में कोई कमी नहीं दिखी कर्मचारी भीगते हुए घुटने तक पानी मैं अपने मांगों के संबंध में नारेबाजी करते दिखे । साथ ही साथ “मोदी की गारंटी” खोज अभियान के तहत भारी बारिश के बीच बस स्टैंड में कर्मचारियों द्वारा पंपलेट का वितरण यात्रियों और दुकानदारों को किया। साथ ही बस स्टैंड में पानी भरने के कारण कर्मचारियों द्वारा अपनी मांगों के संबंध में नाव बनाकर नाव को बहाया गया ताकि रायपुर से एनएचएम कर्मचारियों के नियमितीकरण का संदेश जल्द से जल्द आए।

हड़ताली कर्मचारियों द्वारा निर्णय लिया गया कि कल दिनांक 2 सितंबर 2025 को कर्मचारियों द्वारा बस स्टैंड से पदयात्रा कर झलमला गंगा मैया मंदिर जाया जाएगा और माता को चुनरी चढ़ाया जाएगा ताकि कर्मचारियों की मांग जल्द से जल्द पूरी हो।
दूसरी तरफ सांसद विजय बघेल द्वारा NHM कर्मचारियों की मांग जायज बताते हुए मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री से वार्ता और जरूरत पड़ने से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा से भी बात करने की बात कही।

आज हड़ताल में जिला अध्यक्ष खिलेश साहू, सदस्य डॉ डॉली शिवांगी साहू ,विकाश कुमार, कामिनी खरे ,सरिता देवांगन, डॉ इंद्र चंद्राकर, गार्गी, जयश्री नाग, युवराज सिन्हा , झरना, जीतेश्वरी, डॉ संजय साहू, डॉ नितुनारायण, प्रशांत ठाकुर, ख़ेमलता, अनूप देशपांडे, आरती सिन्हा, डॉ मनीषा देवांगन, नंदनी ,टिकेश्वर, जयप्रकाश देशमुख, राहुल, पोषण, सुनील साहू, दुष्यंत सोनबोइर, प्रेम,नीलम सोनवानी, ईश्वर , सुनील महतो, प्रवीण नायक, योगेश साहू, मनीषा ठाकुर, डॉ यशवंत वर्मा,लोकेश धुर्वे, दिनेश और अन्य सभी कर्मचारी उपस्थित थे।

प्रदेशभर के 16,000 से अधिक एनएचएम कर्मचारी इस आंदोलन में शामिल हैं,
हड़ताल से प्रभावित सेवा शासकीय अस्पतालों में संस्थागत प्रसव, पैथोलॉजी जाँच (खून, पेशाब, ट्रू-नाट, सीबीनाट), टीबी, कुष्ठ, मलेरिया जांच, ओपीडी, नवजात शिशु देखभाल, स्कूल आंगनबाड़ी स्वास्थ्य परीक्षण , पोषण पुनर्वास केंद्र बंद हो गया है।एनसीडी स्क्रीनिंग, वृद्ध स्वास्थ्य परीक्षण और आपातकालीन सेवाएं
सबसे अधिक परेशानी ग्रामीण क्षेत्र में हो रही है क्यों कि वहा सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी हड़ताल पर है जिससे आयुष्मान आरोग्य मंदिर का ओ पी डी पूर्ण रूप से बंद है।

संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि जब तक सभी मांगों पर लिखित आदेश जारी नहीं होते, तब तक यह अनिश्चितकालीन आंदोलन जारी रहेगा।

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