(लोक असर समाचार बालोद)
पैगम्बर हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैही वसल्लम के 1500 वॉ साल पैदाइश का जश्न बड़े खुशनुमा माहौल में शानो शौकत के साथ मनाया गया.
जामा मस्जिद बालोद के पेशईमाम हाफ़िज़ मौलाना शकील चिश्ती ने 9:30 बजे सुबह परचम कुसाई की, तक़रीर कर सलातो सलाम का नज़राना पेश कर फातिहा खानी हुई.
फिर जुलूस शहर के जामा मस्जिद से शुरू होकर पुराना बस स्टैंड, सदर रोड, हलधर चौक, मधु चौंक, जय स्तम्भ, चौंक मुख्य मार्ग होते हुए वापस जामा मस्जिद पहुँचा.

जामा मस्जिद में उन्होंने कहा की हमारे नबी
रहमतुल्लिल आलमीन बनकर इस दुनिया में तशरीफ लेकर आये और उन्होने सारे जहाँ के लिए इंसानियत और मोहब्बत का पैगाम दिए, हमें चाहिए कि उनके पैगाम को लोगों तक पहुंचाएं. उन्होंने कहा कि हमारा फ़र्ज है की हम गुलामे मुस्तफ़ा हैं और हमारे व्यवहार से दूसरों को तकलीफ ना पहुंचे, दूसरे के मजहब का ख्याल करें, पड़ोसी से अच्छा सुलूक करें. उन्होंने इस मुबारक मौके पर देश, प्रदेश में अमनों अमन, भाईचारगी, एकता, खुशहाली के लिए दुआ मांगी.
जुलूसे मोहम्मदी में बच्चे से लेकर बूढ़े नौजवान सभी शामिल हुए और हुजूर की शान में नातो पेश करते हुए जुलुसे मोहम्मदी में आदिल हामिद सिद्दीकी,आरिफ सिद्दीक़ी, मोहसीन कुरैशी, तारिक सिद्दीकी, मोहम्मद वकार कुरैशी, अशफ़ाक़ तिगाला, शारीक शेख सलमान तिगाला, अरशद तिगाला, अकबर तिगाला, सैय्यदमुजीब शेख गुलाम, समीर खान, शादाब खान, असीम चौहान, आबिद खान, सैफ अली, अरशद जमील खान, निजाम कुरैशी, नात ख़्वा ने मदीने वाले हमारे आका जनाबे मोहम्मद रसुल्लुल्लाह पर नात व मनकबत बेहतरीन आवाज़ो अंदाज में पेश किए.
जुलूस के बाद आम लंगर का प्रोग्राम किया गया. इंतजामियां कमिटी के मुतवल्ली शाहिद खान ने ईद मिलादउन नबी की बधाई देतें हुए कहा की हमारे हुजूर ने अमन शांति का पैगाम दिया हैं, उन्होंने प्रदेशवासियों से भाईचारे और शांति बनाये रखने की बात कही व प्रशासन का सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया.
इन सभी कार्यक्रम में इंतजामिया कमेटी जामा मस्जिद बालोद, रजा यंग कमेटी ,तहफ़फूज़ नामुसे रिसालत कमेटी के सदस्य व सभी मुस्लिम भाइयो ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई.
