राउरकेला इस्पात संयंत्र में एक्सेस मटेरियल की निकासी एवं चोरी जैसी घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए मांग की गई जांच

   (लोक असर समाचार राउरकेला)

उफ्तत्सा राष्ट्रीय संयुक्त मोर्चा ट्रक ट्रांसपोर्ट सारथी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजकुमार यादव ने आज राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) में पिछले कुछ वर्षों में हुई एक्सेस मटेरियल (स्क्रैप, पिग आयरन, स्टील प्लेट्स, राखड़ आदि) की निकासी और अन्य चोरियों की घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त की है। यहां केवल परिवहन सिंडिकेट ही नहीं बल्कि कुछ ट्रेडर्स एवं अंदरूनी कर्मचारियों की मदद से ही यह संभव हो पा रहा है l ट्रक ट्रांसपोर्टर्स के हितों की रक्षा करने वाले इस मोर्चे की ओर से जारी इस विज्ञप्ति में रिकॉर्ड अनुसार उपलब्ध तथ्यों के आधार पर इन घटनाओं का विवरण दिया जा रहा है, जो संयंत्र की सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर खामियों को उजागर करता है। डॉ. यादव ने मांग की है कि केंद्र सरकार और स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) इन घटनाओं की उच्च स्तरीय जांच कराए तथा दोषियों पर सख्त कार्रवाई करे, ताकि ट्रांसपोर्टर्स और संयंत्र के कर्मचारियों के हितों की रक्षा हो सके।


राउरकेला इस्पात संयंत्र, जो ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के अंतर्गत राउरकेला में स्थित है और सेल की एक प्रमुख इकाई है, में एक्सेस मटेरियल की चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। ये घटनाएं न केवल आर्थिक नुकसान पहुंचाती हैं, बल्कि संयंत्र की उत्पादकता और सुरक्षा को भी प्रभावित करती हैं। नीचे रिकॉर्ड अनुसार प्रमुख घटनाओं का तथ्यात्मक विवरण दिया गया है.


जिसमे जनवरी 2020 मे स्टील प्लेट्स की चोरी – राउरकेला पुलिस ने पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया, जिसमें दो सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (सीआईएसएफ) कर्मी शामिल थे। ये आरोपी क्रेन ऑपरेटर के साथ मिलकर आरएसपी से स्टील प्लेट्स चुरा रहे थे।

जनवरी 2020: स्क्रैप चोरी में सीआईएसएफ जवान निलंबित – दो सीआईएसएफ जवान स्क्रैप मटेरियल की चोरी में शामिल पाए गए और उन्हें निलंबित किया गया। यह घटना संयंत्र की आंतरिक सुरक्षा पर सवाल उठाती है।

दिसंबर 2019 मे मिनरल्स की चोरी और सीआईएसएफ निलंबन – आरएसपी से मिनरल्स की चोरी की घटनाओं के बाद चार सीआईएसएफ कर्मियों को निलंबित किया गया। न्यू प्लेट मिल के पास दो भारी वाहनों को जब्त किया गया था, जो अनधिकृत रूप से प्रवेश कर चुके थे व बिना किसी उचित कार्रवाई के ही निचले स्तर के व्यक्तियों पर नाम मात्र कार्रवाई कर फाइल को बंद कर दिया गया.

अक्टूबर 2018 मे पिग आयरन की चोरी – आरएसपी के एक शिपिंग ऑफिसर और क्रेन ऑपरेटर को गिरफ्तार किया गया, जो एक निजी फर्म के साथ मिलकर पिग आयरन की अतिरिक्त लोडिंग कर चोरी कर रहे थे। चोरी की गई मात्रा 6.22 टन थी, जिसकी कीमत लगभग 1.79 लाख रुपये थी।

मार्च 2025 मे स्क्रैप डीलर गोदामों पर छापा – प्लांट साइट पुलिस ने स्क्रैप डीलर गोदामों पर छापेमारी की और तीन डीलरों को गिरफ्तार किया। ये आरोपी आरएसपी से चोरी किए गए स्क्रैप को बेच रहे थे।

जुलाई 2025 मे आयरन स्क्रैप स्मगलिंग सिंडिकेट – प्लांट साइट पुलिस ने एक संगठित गिरोह को पकड़ा, जो मोटरसाइकिल चोरी और आयरन स्क्रैप स्मगलिंग में शामिल था। सात आरोपी गिरफ्तार किए गए और नौ प्रमुख चोरी के मामलों का खुलासा हुआ।

मई 2025 मे स्क्रैप मटेरियल की अवैध परिवहन – बॉन्डामुंडा पुलिस ने 640 किलोग्राम चोरी किए गए स्क्रैप से लदे एक ऑटो को जब्त किया। यह घटना एक्सेस मटेरियल की निकासी के दौरान हुई थी।

इन घटनाओं से स्पष्ट है कि आरएसपी में चोरियां संगठित रूप से हो रही हैं, जिसमें आंतरिक कर्मी, सुरक्षा बल और बाहरी गिरोह शामिल हैं। डॉ. राजकुमार यादव ने कहा, “ट्रक ट्रांसपोर्टर्स सारथी की राउरकेला इकाई इस संयंत्र पर निर्भर हैं, लेकिन लगातार चोरियां हमारी आजीविका को प्रभावित कर रही हैं।

हम मांग करते हैं कि ई डी या सीबीआई स्तर की जांच हो और सुरक्षा प्रोटोकॉल को मजबूत किया जाए।” जिससे परिवहन सिंडिकेट,कुछ ट्रेडर्स व इससे जुड़े अन्य कि बीते 4 वर्षों के आए को खंगाला जाए वह अनधिकृत तरीके से प्राप्त धन को जप्त करते हुए कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए. मोर्चा इन मुद्दों पर संघर्ष जारी रखेगा और जरूरत पड़ने पर जंतर मंतर पर भूख हड़ताल आंदोलन करते हुए दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन करते हुए मंत्री इस्पात मंत्रालय व अन्य उच्च पदासीन पदाधिकारियों से मिलकर जरूरी दस्तावेज प्रदान करेगा l

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