लोक असर समाचार बालोद
डेढ़ दर्जन से अधिक हाथियों का दल बालोद शहर के आसपास के जंगलों में विचरण कर रहे हैं। इसे देखते हुए वन विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। ताकि किसी प्रकार की जनहानि न होने पाए। लगातार तांदुला डुबान क्षेत्र के ग्रामीणों को हिदायत दिया गया है।
वन विभाग के आला अफसरों के हवाले से जानकारी दी गई है कि शुक्रवार की शाम साढ़े सात बजे हाथियों का दल रानी माई मंदिर से ताल गांव के बीच आ पहुंचा और झलमला बालोद जाने वाले इस मुख्य मार्ग के समीप के जंगलों में डेरा जमा लिया। वन विभाग की टीम लगातार हाथियों की निगरानी कर रहे हैं। चूंकि कभी भी हाथियों का दल सड़क पार कर सकते हैं ऐसा होता है तो राहगीरों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है, जिसके मद्देनजर वन विभाग ने शाम होते होते झलमला से रानी माई मंदिर मुख्य मार्ग और रानी माई मंदिर से नर्रा मार्ग को बंद करवा दिया। वहीं लोगों को असुविधा से बचाने के लिए कुछ मार्ग में परिवर्तन किया गया है। विभाग को निगरानी में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि शाम को बारिश शुरू हो गई है। बावजूद हाथी से बचाने के लिए मार्ग में परिवर्तन जरूरी था। पिछले दो-तीन दिन से हाथियों का दल इस इलाके में है। लेकिन किसी प्रकार से मकान, फसल, जनहानि नहीं हुई है, किन्तु खतरा बरकरार है। वन विभाग ने इन गांवों में अलर्ट जारी किया है, ग्राम नर्रा, धरमपुरा, तालगांव, नहर डेरा, सेमरकोना, अंधियाटोला, साल्हेटोला, मटिया, देवारभाट, गस्तीटोला को शामिल किया गया है।