लोक असर समाचार बालोद/राजनांदगांव
आदर्श ग्राम सुरगी निवासी सामन्य कृषक कुंज राम साहू एवं श्रीमती कामिन साहू मितानिन के पुत्र एस कुमार साहू हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त करने वाले पहले शोधार्थी बन गए हैं. कहते है कि विपरीत परिस्थितियों में भी प्रतिभा के प्रसून्न खिलते हैं. यदि कोई व्यक्ति में कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो तो वह विभिन्न बाधाओं को पार करते हुए आखिरकार अपनी मंजिल को प्राप्त कर लेता है. इसी बात को चरितार्थ किया है सुरगी निवासी एस कुमार साहू जिन्होंने अल्प संसाधन के बावजूद भी पी.एच.डी. करके क्षेत्रवासियों के लिए एक उदाहरण बनके सामने आये है । एस कुमार साहित्यकार एवं कवि ओमप्रकाश साहू अंकुर के भतीजा है वे प्रारंभ से ही मेधावी छात्र रहे है. शासकीय दिग्विजय स्वाशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजनांदगांव से पढ़ाई के दौरान एम.ए.पूर्व एवं अंतिम में सर्वाधिक अंक प्राप्त कर स्वर्णपदक से सम्मानित हुए है साथ ही एन.एस.एस. में उत्कृष्ट कार्य हेतु स्वर्ण पदक से सम्मानित हो चुके हैं. विभिन्न रचानात्मक कार्यो हेतु मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार से संबद्ध
नेहरू युवा केन्द्र संगठन राजनांदगांव द्वारा वर्ष २०१५ में जिला युवा अवार्ड से सम्मानित हुए है.
उनकी वक्तृत्व कला एवं बांसुरी वादन में भी रूचि है. एस कुमार का शोध का विषय – ग्रामीण समाज में नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी के सामाजिक महत्व का एक समाजशास्त्री अध्ययन (छत्तीसगढ राज्य के राजनांदगांव जिले के संदर्भ में) है .यह शोध कार्य शोध केन्द्र शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय दुर्ग के प्राचार्य डॉ. आर. एन. सिंह एवं शोध निर्देशक डॉ. सपना शर्मा सारस्वत सहायक प्राध्यापक समाज शास्त्र विभाग शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय दुर्ग के कुशल निर्देशन एवं मार्गदर्शन में पूर्ण किया है । एस कुमार की इस उपलब्धि पर परिजनों, मित्रों एवं शुभचिन्तकों ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी है ।