छत्तीसगढ़ में शराबबंदी, धान का समर्थन मूल्य बढ़ाने और ईवीएम बैंन पर बुराड़ी दिल्ली के विधायक संजीव झा ने क्या कहा पढ़िए लोक असर की एक्सक्लूसिव इंटरव्यू

LOK ASAR SAMACHAR BALOD

पिछले दिनों आम आदमी पार्टी के संजीव झा जो कि बुराड़ी दिल्ली के विधायक है, छत्तीसगढ़ प्रदेश आम आदमी पार्टी के प्रभारी भी है और छत्तीसगढ़ प्रवास पर है। उनका बालोद जिला आगमन हुआ, जहां आम आदमी पार्टी के प्रदेश स्तर एवम जिलेभर से आए कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों द्वारा उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। शहर में भव्य रैली निकाली गई। नगर के टाउन हाल में (कार्यकर्ता संवाद) कार्यक्रम को उनके द्वारा संबोधित किया गया। तत्पश्चात सर्किट हाउस बालोद में (लोक असर) से उन्होंने एक लंबी बातचीत भी की आप भी पढ़िए…

? यहां पर किसानों को आप क्या लाभ देंगे क्या दिल्ली सरकार का मॉडल छत्तीसगढ़ में भी लागू करेंगे•

00देखिए, किसानों को खैरात नहीं चाहिए, स्वाभिमान चाहिए। छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है। आज कृषि के क्षेत्र में साइंटिफिक तरीके से खेती हो रही है, ताकि किसानों की आय में बढ़ोतरी हो। हम एक संपूर्ण मॉडल देंगे, जिससे किसानों की आय भी बढ़े और स्वाभिमान।

? तो क्या समर्थन मूल्य बढ़ाया जाएगा•

00इसमें दोनों बातें हैं, हमारी पार्टी इसमें समीक्षा करेगी। समर्थन मूल्य सरकार तय करती है। यहां जो सब्सिडी दी जा रही है, हम समीक्षा करेंगे। जैसा कि छत्तीसगढ़ सरकार प्रति एकड़ उत्पादन फिक्स कर दिया है, जबकि उत्पादन यहां पर अधिक है। हां कहीं कहीं उत्पादन कम या ज्यादा जरूर होता है। लेकिन इसे फिक्स नहीं करना चाहिए।

?मोदी जी के दूसरे कार्यकाल को आप की पार्टी कैसे देखती है•

00मुझे लगता है 2014 में मोदी ने जो नारा दिया था_ बहुत हुआ महंगाई की मार, अबकी बार मोदी सरकार।। अगर प्रधानमंत्री इस बार यह कहने की हिम्मत कर ले कि, बहुत हुआ महंगाई की मार अबकी बार मोदी सरकार ।। तो हम समझेंगे मोदी जी मुद्दों पर चुनाव लड़ रहे हैं। अब उनकी हिम्मत नहीं है। महंगाई को रोक सके। जितनी बातें 2014 में की थी 8 सालों में एक भी पूरा नहीं हुआ। मोदी सरकार देश को बांटने लगे हैं धर्म के नाम पर, यह देश के लिए राष्ट्र के लिए ठीक नहीं है। देश की अपनी समस्याएं हैं। जब देश के बच्चे शिक्षित होगा, जब बच्चों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। जब सामाजिक समानता होगी तब , तब देश आगे बढ़ेगा। मुझे लगता है आम आदमी पार्टी देश को विश्व का नंबर वन देश बनाने की दिशा में काम कर रही है। और यह कार्य शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, रोजगार एवं लाइन आर्डर दुरुस्त करने से होगी। प्रधानमंत्री देश को बांटने का, घृणा फैलाने का कार्य इन 8 सालों में किया है।

? आर्मी अग्निवीर योजना को लेकर आम आदमी पार्टी लगातार विरोध कर रही थी आखिर पूरा मसला क्या है•

00आज आप सिक्योरिटी गार्ड रखते हैं। उसका भी प्रशिक्षण 6 महीने का होता है। आर्मी तो देश की रक्षा के लिए जाने जाते हैं। इन्हें आप चार-पांच साल में निकाल देते हैं। न तो यह ठीक से प्रशिक्षित होंगे और नौकरी ही कर पाएंगे और आप कहेंगे अब नौकरी से चले जाओ। इसमें दो तरह की चुनौतियां है एक, नौकरी मिलने के बाद शादियां होंगी। इधर शादी हुई और उधर नौकरी खत्म। इसमें दो तरह से साजिश की बू आ रही है। एक, जैसा कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि अग्निवीरों को हम अपने बीजेपी कार्यालयों में गार्ड रख लेंगे। यह एक तरह से आर्मी का अपमान है। कहीं कोई साजिश तो नहीं कर रहे हैं सेना के नाम पर।

? घर-घर राशन पहुंचाने की योजना को केन्द्र सरकार द्वारा अनुमति नहीं दिए जानें के पीछे क्या वजह है•

00यह एक दुर्भाग्यपूर्ण है। दिल्ली की जनता सरकार को चुनती है और पार्टियां वादा करती हैं। लोकतंत्र में जो सत्ता में होते हैं वह अपने वादों पर काम करते हैं। दिल्ली में सरकार का इस तरह से इंटरवेशन है और वही इंटरवेशन काम को रोकने को लेकर है। न केवल राशन की सर्विसेज बल्कि मोहल्ला क्लीनिक उसे रोकने की कोशिश, स्कूल बना रहे हैं उसे रोकने की कोशिश की जा रही है। अस्पताल बना रहे हैं उसे रोकने की कोशिश की जा रही है। अभी बच्चों को फिनलैंड भेजने की व्यवस्था थी उसे रोका गया। फ्री तीर्थ यात्रा को रोका गया, बसों में मार्शल लगाया था ताकि महिलाएं सुरक्षित रहे उसे सैलरी नहीं दे रहे हैं। इससे जनता का नुकसान है। यह ठीक राजनीति नहीं है। इस तरह की राजनीति से देश को नुकसान होगा। यदि आम आदमी पार्टी अच्छा काम कर रही है। उसे हराना है तो अच्छा काम करिए। दिल्ली की जनता जो अच्छा काम कर रही है उन्हें चुन रही है। योजनाओं को रोक कर मोदी सरकार जनता से बदला ले रही है। प्रधानमंत्री जी को डर लग रहा है। उनकी नीयत ठीक नहीं है। केजरीवाल जी का मॉडल और गवर्नेंस जो वह कभी नहीं दे पाएंगे । कुल मिलाकर आम आदमी के साथ केंद्र सरकार ओछी और गंदी राजनीति कर रहे हैं यदि ऐसा ही रहा तो केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन भी करेंगे।

? आपकी सरकार कब तक मुफ़्त की स्कीमों के भरोसा कार्य करेगी। क्या इससे राजस्व का संतुलन बिगड़ेगा नहीं•

00मैं नहीं मानता। मैं इसलिए नहीं मानता कि एक उदाहरण देता हूं , जब जनता हमें चुनती है हम वेलफेयर स्टेट यानी लोक कल्याणकारी राज्य होने के नाते हमारी जिम्मेदारी हैं। हम उन वर्ग तक लाभ पहुंचाएं, जो आज पीछे हैं। दिल्ली में जब हम आए थे तब दिल्ली में घाटे का बजट था। लेकिन हमने बिजली में सब्सिडी दी, पानी में सब्सिडी दी, मुफ्त शिक्षा दी, स्वास्थ्य सेवाएं मुफ्त की, बसों में महिलाओं की यात्रा फ्री की, तीर्थ यात्रा फ्री की, जो बच्चे कोचिंग में मेडिकल इंजीनियरिंग करना चाहते हैं सबको कोचिंग फ्री कराया। उसके बावजूद हम दिल्ली में बजट फायदे का है। यह कोई चमत्कार नहीं है। नीयत की बात है। आप मुफ्त कहते हैं उसे हम लोग कल्याणकारी कहते हैं। अगर एक एमएलए को मुफ्त बिजली, मुफ्त रेल यात्रा हवाई यात्रा, मुफ्त इलाज 7 पुस्तों का इलाज फ्री किसी ने नहीं कहा कि मुफ्तखोर हो। अगर हमने जरूरतमंद जनता को दे दिया तो कहा जा रहा है मुफ्तखोरी है।मुंह तो खोलो, लाखों करोड़ों रुपए में विदेशों में लेकर भाग गए किसी ने नहीं कहा मुफ्तखोर हो। गरीब जनता को फायदा दे दिया तो जनता मुफ्तखोर है। यह गाली देने के बराबर है यह नहीं होना चाहिए। दिल्ली की गरीब जनता ने को हम महीने का बिजली, पानी, ईलाज से 10,000 बचाते हैं। वह मार्केट से सामान खरीदते हैं। इससे क्रय शक्ति बढ़ता है तो प्रोडक्शन भी बढ़ता है और नौकरी भी बढ़ती है। इस मॉडल को सभी पार्टियों को सीखना चाहिए ताकि देश का आर्थिक विकास हो सके।

? किसी भी सरकार के लिए सरकार का बजट सरप्लस होना कितना सही है•

00 अच्छा, एक तरफ कहते हैं मुफ्त खोरी कर रहे हो। जब हम खर्चा कर रहे हैं तभी तो मुफ्तखोरी की बात कर रहे हैं। जब दिल्ली में सरकार में आए थे तो 8 घंटे बिजली नहीं आती थी। आज 24 घंटे बिजली आ रही है, फ्री में आ रही है। फायदे में हैं। तब सारी बिजली कंपनियां घाटे में थी। आज फ्री बिजली के बावजूद 8 साल में बिजली दर भी हम नहीं बढ़ाए कोई कंपनी नहीं कह रही है कि नुकसान हो रहा है। दिल्ली में विधानसभा बना 1993 में, तब से लेकर 2013 तक टोटल स्कूलों की संख्या 14000 थी हमने 5 साल में 22000 कक्षाएं बनवाएं , दिल्ली में 500 मोहल्ला क्लीनिक बनवाएं साथ में हॉस्पिटल बनवाएं पुराने अस्पतालों में साढे 8000 स्क्वेयर बढ़ाएं। अब वह कह रहे हैं फ्री बस सेवा से नुकसान हैं। पाइप लाइन बिछाई गई उससे नुकसान है। मोदी सरकार भ्रष्टाचार की बात करते हैं तो हमारे दो मंत्री सुखविंदर जैन की 2013 की एफ आई आर जिसे सी बी आई ने 2019 में बंद कर चुकी थी। ईडी ने कभी बुलाया नहीं था। आज 2022 में पहली बार ईडी ने बुलाया। अभी 6 महीने से जेल में रखा हुआ है। कोर्ट बार-बार पूछ रही है सबूत कहां है? आज तक कोई सबूत नहीं दे पाए। हमारे आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया के पीछे 800 अधिकारी लगा दिए। 500 स्थानों पर छापा मारा गया। चार्जशीट बना, लेकिन कुछ नहीं मिला। जिसे नरेंद्र मोदी मानिटरिंग कर रहे हैं और दबाव बना रहे हैं कि ईडी से कि कुछ तो निकालो लेकिन ₹1 करप्शन नहीं निकाल पाए। आम आदमी पार्टी के 159 सभी मंत्री विधायकों पर एफ आई आर हो चुके हैं, जिसमें 145 में कोर्ट ने कहा कि पुलिस ने फर्जी एफ आई आर किया है। इस तरह की साजिश मोदी सरकार द्वारा लगातार किए जा रहे हैं। बावजूद हम लगातार काम कर रहे हैं।

?कितने सांसद लोकसभा में हैं और कितने सांसद राज्यसभा में हैं इसमें एसटी ओबीसी कहीं नजर नहीं आता•

00 राज्यसभा की बात करें तो हमारे 10 सांसद हैं लोकसभा में हमारे अभी कोई सांसद नहीं है। लोग जाति धर्म की राजनीति से नफरत करने लगे हैं। धर्म जाति की राजनीति करने वालों को जनता लोकसभा चुनाव में सबक सिखाएगी।

? क्या आम आदमी पार्टी दिल्ली महानगरीय चुनाव जीतने के बाद आपकी पार्टी जो ईवीएम का विरोध कर रही थी ईवीएम के मुद्दे को ठंडा बस्ता में डाल दिया है•

00 ईवीए के सन्दर्भ में मुझे लगता है यह इलेक्शन कमीशन के समीक्षा का विषय है। इसमें समीक्षा करनी चाहिए। यदि सभी राजनीतिक पार्टियां किसी को race करता है। तो इलेक्शन कमिशन की जिम्मेदारी है। लोगों ने पंजाब दिल्ली गुजरात में ईवीएम से चुना है। हम आपकी बात जनता के मध्य ले जाते रहेंगे। जिसकी जो जिम्मेदारी है उस पर नजर रखें। जनता का विश्वास बहुत जरूरी है। हम अपना प्रचार करते जा रहे हैं लोग साथ खड़े होते जा रहे हैं।

?क्या लगता है छत्तीसगढ़ की जनता आम आदमी पार्टी के समर्थन में सामने आएगी•

00 देखिए, छत्तीसगढ़ को राज्य बने 20 साल हो गया है। 15 साल भारतीय जनता पार्टी ने राज किया। अभी 5 साल कांग्रेस ने। लेकिन जनता को कुछ मिला नहीं। छत्तीसगढ़ लूट का केंद्र बनकर रह गया है। आज भी वही गरीबी, शिक्षा का वही हाल, स्वास्थ्य का वही हाल, लेकिन संसाधन का लूट अनवरत जारी है। जल जंगल जमीन बचाने के लिए राज्य बना था। आज बेतहाशा दोहन हो रहा है। लूट के खेल में कांग्रेस बीजेपी से दो कदम आगे हैं। इससे जनता बेहद थक चुकी है। परेशान हो चुकी है। अब एक विकल्प की तलाश में है यहां की जनता और वह आम आदमी पार्टी में देख रही है। अरविंद केजरीवाल जो वादा करते हैं उसे पूरा करते हैं ऐसे में आम आदमी पार्टी से उम्मीदें हैं। अब हम एक राष्ट्रीय पार्टी बन चुके हैं सभी राज्यों में उम्मीदें हैं आम आदमी पार्टी से, लेकिन छत्तीसगढ़ को ज्यादा है। इसीलिए आम आदमी पार्टी यहां पर संगठन का विस्तार कर रही है। जब मैदान में उतरेगी तो बहुत मजबूती से चुनाव लड़ेगी।

?छत्तीसगढ़ में शराबबंदी होनी चाहिए•

00 शराबबंदी पर समीक्षा होनी चाहिए। अभी इस पर ज्यादा कुछ कहना उचित नहीं है।

?आज छत्तीसगढ़ की योजनाएं देश दुनिया में चर्चित है, खासतौर पर गोबर खरीदी को लेकर आप क्या मानते हैं•

00 गोबर खरीदी पर उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ विज्ञापनों पर है। हमने छत्तीसगढ़ में कई लोगों से बातचीत की है। लोगों का कहना है कि हम गोबर बेचकर कुछ नहीं कर पा रहे हैं। इस तरह झूठ से जनता गुमराह हो रही है। तो जनता के पास एक विकल्प है आम आदमी पार्टी।

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