पूरे प्रदेश में रायपुर जिला के पश्चात समर कैंप लगाने वाला बालोद एकमात्र दूसरा जिला है। यह समर कैंप पूर्णता आवासीय है।
LOK ASAR GUNDERDEHI/ BALOD
जिले के कचांदूर स्थित एकमात्र विशेष आवासीय प्रशिक्षण केंद्र में दृष्टिबाधित बच्चों के लिए 15 दिवसीय चलने वाला समर कैंप का शुभारंभ जिला पंचायत की अध्यक्ष सोनादेवी देशलहरा द्वारा किया गया। इस अवसर पर उन्होंने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में कहा कि हमारे यह दृष्टिबाधित बच्चे भी समाज का अंग है, इनमें भी पढ़ाई लिखाई के अतिरिक्त और भी टैलेंट है। बस, इन्हें निखारने की आवश्यकता है। उन्होंने इस केंद्र की समस्या को दूर करने के लिए जिला कलेक्टर से चर्चा करने की बात कही और जो भी समस्या है उसके त्वरित निदान का आश्वासन भी दिया है।
ग्राम के पूर्व सरपंच संतोष चंद्राकर ने कहा कि ग्राम कचांदुर का नाम इस केंद्र के चलते पूरे प्रदेश में जाना जाता है। और यहां पढ़ने वाले बच्चों की प्रतिभा सामान्य बच्चों की अपेक्षा कहीं अधिक है। इस समर कैंप के माध्यम से उन्हें और अधिक लाभ मिलेगा।
जनपद सदस्य तारिणी चंद्राकर ने बच्चों से कहा कि आप सभी घर बार छोड़कर आए हैं, इस समर कैंप में। तो पूरे 15 दिन अच्छे से पढ़ाई लिखाई रुचि रखकर करना और अपने संस्था का नाम रोशन करना है।
समर कैंप के आयोजक दृष्टिबाधित कंप्यूटर शिक्षक अरविंद शर्मा ने समर कैंप के मकसद पर प्रकाश डालते हुए बताया कि हमारे दृष्टिबाधित बच्चे हर कठिनाई का सामना स्वयं कर सके, उन्हें हर जगह किसी की सहायता लेने की जरूरत ना हो इस उद्देश्य को लेकर समर कैंप चलाया जा रहा है। इस 15 दिवसीय कैंप में इन बच्चों में और अधिक स्मार्ट बनाने का प्रयास होगा। आज दृष्टिबाधितों के लिए अनेकों नई तकनीक आ चुकी है जिस के माध्यम से यह बच्चे कैसे अकेले सड़क पार कर सकता है? कहां पर एटीएम है? अपने आसपास की गतिविधियों को जान सकता है। अब यह बच्चा नवीन तकनीक से के जरिए गणित और विज्ञान की पढ़ाई भी कर सकते हैं। इसके अलावा और भी अनेकों तकनीक है जो कि उनके दिनचर्या को बेहद आसान बना सकते हैं। उन्हें इनका मौखिक जानकारी तो प्रदान की जायेगी इस के साथ उन्हें प्रैक्टिकल भी करवाया जाएगा इस समर कैंप में। अतिरिक्त इसके इन बच्चों को मोटिवेट करने के लिए अलग-अलग विषय के विशेषज्ञों को बुलाकर अलग से कार्यक्रम किया जाएगा।
बालोद ज़िला समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक अजय कुमार गेडाम ने बताया कि पूरे प्रदेश में रायपुर जिला के पश्चात समर कैंप लगाने वाला बालोद एकमात्र दूसरा जिला है। यह समर कैंप पूर्णता आवासीय है। जहां पर दृष्टिबाधित बच्चों को कैरियर गाइडेंस, खेलकूद , संगीत के अतिरिक्त सहायक उपकरण चलाने उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसका संचालन दृष्टिबाधित कंप्यूटर शिक्षक अरविंद शर्मा के मार्गदर्शन में किया जा रहा है।