लोक असर समाचार बालोद
दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार (डी.डी.यू.पी.एस.पी.) के लिए बालोद जिले के ग्राम पंचायत पैरी का नाम शुमार है। उल्लेखनीय है कि यह पुरस्कार सेवाओं और सार्वजनिक वस्तुओं के वितरण में सुधार के लिए प्रत्येक स्तर पर पंचायती राज संस्थानों द्वारा किए गए अच्छे कार्य की मान्यता के लिए सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली पंचायतों ( जिला, मध्यवर्ती और ग्राम पंचायत ) को दिया जाता है।
ग्राम पंचायतों के लिए नौ विषयगत/ थीमैटिक श्रेणियों हैं रखी गई है, जिसमें स्वच्छता, नागरिक सेवाएं ( पीने का पानी, स्ट्रीट लाइट, बुनियादी ढांचा ), प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, दुर्बल वर्गों की सेवा (महिला, एस.सी / एस.टी, विकलांग, वरिष्ठ नागरिक), सामाजिक क्षेत्र का प्रदर्शन, आपदा प्रबंधन, समुदाय आधारित संगठन [कम्युनिटी बेस्ड आर्गेनाइज़ेशन (सी.बी.ओ)] /ग्राम पंचायतों का समर्थन करने के लिए स्वैच्छिक कार्रवाई करने वाले व्यक्तियों, राजस्व सृजन में नवाचार एवं ई-गवर्नेंस।
ग्राम पंचायत पैरी को स्वच्छता के लिए में पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित हुआ है, जो पूरे बालोद जिला के लिए गर्व की बात है। इस पुरस्कार के छत्तीसगढ़ राज्य में 6 पंचायतों का चयन हुआ है। जिसमें बालोद जिला के पैरी पंचायत को पुरस्कार प्राप्त हुआ।
सरपंच रूपम देशमुख, सचिव सोनकुंवर साहू, उपसरपंच भगवती प्रसाद साहू, एवम् समस्त पंचों व कंप्यूटर ऑपरेटर एवम् रोजगार सहायक का विशेष योगदान रहा है। यह पुरस्कार 24 अप्रैल को पंचायती राज दिवस के अवसर पर प्रदान किया जाएगा।