रंग कर्म के क्षेत्र मा उदय राम एक बड़का कलाकार रिहिस नाचा ले शुरू करे रिहिस अपन अभिनय यात्रा विदेश मा घलो अपन काम के लोहा मनवाइस

लोक असर के लिए (हमर पुरखा के लेखक ओम प्रकाश साहू “अंकुर”)

जनम – 01-08-1945
देहाहवसान – 25-04-2021

नाचा हमर छत्तीसगढ़ के लोक नाट्य हरे. नाचा ह मनोरंजन के साधन के संगे संग जन जागरण के पोठ माध्यम हरे. येमा एक कोति हमर छत्तीसगढ़ के रहन- सहन,खान-पान अउ संस्कृति के दर्शन होथे त दूसर कोति छुआछूत, भेदभाव, अज्ञानता, शोषण सहित कतको बुराई पर जमगरहा व्यंग्य रहिथे.वादक कलाकार, गायक गायिका के संगे संग परी अउ जोकर के हाव भाव हा जनता ला खूब भाथे. जोकर मन हंसी मजाक करके दर्शक मन ला खुश कर देथे. नाचा के दुनिया मा स्व.मंदराजी दाऊ, स्व. मदन निषाद, स्व. गोविन्द राम निर्मलकर, स्व. लालू राम साहू , माला मरकाम, फिदाबाई मरकाम, निहाईक दास, झुमुक दास बघेल जइसे कला के पुजेरी होय हे. नाचा ले अपन कला यात्रा शुरू करके रंग मंच अउ फिल्म के क्षेत्र म जउन कलाकार मन अपन एक अलग पहिचान बनइस वोमा स्व. उदेराम श्रीवास के नाँव घलो आदर के साथ लेय जाथे.
उदेराम श्रीवास के जनम राजनांदगॉव ले 17 किलोमीटर दूर खरखरा नदी के किनारे बसे गाँव बेलटिकरी (सुरगी) मा 1 अगस्त 1945 मा होय रिहिस. वोकर बाबू जी के नाँव नन्दू लाल श्रीवास अउ महतारी के नाँव श्रीमती बन्नीन बाई रिहिस. श्रीवास जी हा मात्र 5 वीं तक पढ़ाई करिस. वोकर शादी झाबिन बाई के साथ होइस.

नाचा ले कला यात्रा शुरू करिस
राम सिंग साहू अउ मंदराजी दाऊ के सान्निध्य मिलिस

मदन -मंदराजी के नाच ला देख के वोकरो मन मा नाचा कलाकार बने के भूत सवार होगे. मात्र 16 वर्ष के उम्र मा नाचा ले जुड़गे. बेलटिकरी के ही नाचा अउ पण्डवानी कलाकार राम सिंग साहू के संग 1961 से 1968 तक जुड़ के नाचा पार्टी मा अभिनेता के काम करिस. फेर 1968 से 1974 तक ख्यातिप्राप्त नाचा पार्टी लखोली (स्व. मंदरा जी दाऊ के संग) मा अभिनय करिस. नाचा के नकल राजकुमार, माया -परीक्षा, कुम्हड़ा चोर, बुड़रा साधू, लमसेना, साहब -चपरासी, भाई बंटवारा, लेड़गा, जानी चोर, महाप्रसाद, पोंगा पंडित म अभिनय करके अंचल मा अपन एक अलग छाप छोड़िस.

हबीब तनवीर के संग काम करके छागे

 उदय राम के प्रतिभा ला देखके अंतरराष्ट्रीय रंग कर्मी ,पद्मभूषण स्व. हबीब तनवीर हा नया थियेटर दिल्ली मा शामिल होय के नेवता दिस. छत्तीसगढ़ के अन्य कलाकार जइसे श्रीवास जी हा घलो 1975 मा नया थियेटर ले जुड़गे. वोहा रंग मंच के विश्व प्रसिद्ध नाटक चरन दास चोर, आगरा बाजार, बहादुर कलारिन, गाँव के नाँव ससुराल, मोर नाँव दमाद, मुद्रा राक्षस,मिट्टी की गाड़ी, साजापुर की शांति बाई, दुर्योधन, जिन लाहौर नइ देख्या, काम देव का सपना बसंत ऋतु अपना, सोम सागर, बेनी संहार,राज रक्त मा अभिनय करके अपन अभिनय शैली के लोहा मनवाइस . पोंगा पंडित मा प्रमुख अभिनेता के रूप मा काम करिस. सुप्रसिद्घ फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल के संग फिल्म चरन दास चोर मा काम करिस.  एक चोर ने नाम कमाया जी सच बोलके... के गाना दर्शक के जबान मा छा जा रहय. शेखर कपूर के फिल्म बेंडिड क्वीन अउ आमीर खान के फिल्म पीपली लाईफ में अभिनय करे के मौका मिलिस. 

देश के संगे संग विदेश मा अपन अभिनय के जादू बिखेरिस

  श्रीवास जी राष्ट्रीय स्तर मा करीब  90 शहर मा अपन प्रस्तुति 

दिस. अंतर्राष्ट्रीय रंग मंच मा फ्रांस 1984, स्वीडन 1987, रुस 1988,बांग्लादेश 1989 ,इंग्लैंड 1990 , यूनान 1995,जर्मनी 2001 जइसे कतको देश मा अपन सुग्घर प्रस्तुति ले प्रशंसा बटोरिस.
आप मन ख्याति प्राप्त निर्देशकों त्रिपुरारी शर्मा (1981),रवि शर्मा, एस. के. सेन गुप्ता, कार्तिक अवस्थी, एलीजा बेन लंदन (1985),राम हृदय तिवारी (2003)एवं उषा गांगुली (2005)के सान्निध्य मा काम करे हवव. कतको राष्ट्रीय अउ अंतराष्ट्ीय नाट्य कार्यशाला मा भागीदारी करीस. आप हा नवोदित नाचा कलाकार मन ला प्रशिक्षण देय के काम करेव. साक्षरता अभियान मा घलो योगदान दीस.

अनेक संस्था मन सम्मानित करिस

आप ला अनेक संस्था मन प्रशस्ति पत्र देके सम्मानित करिस. जेमा 1990 मा कार्य समिति आयुध निर्माणी रक्षा मंत्रालय रायपुर (उत्तर प्रदेश), 2001 मा मध्य प्रदेश कला परिषद् भोपाल, 2001 मा ही संस्कृति विभाग छत्तीसगढ़ शासन, 2011 मा आदिवासी कला परिषद् ,तुलसी साहित्य अकादमी भोपाल शामिल हे. नाचा अउ रंग कर्म के क्षेत्र मा वोकर उल्लेखनीय योगदान खातिर साकेत साहित्य परिषद् सुरगी जिला राजनांदगॉव हा वर्ष 2006 मा साकेत सम्मान प्रदान करिस.
छत्तीसगढ़ी फिल्म” बेनाम बादशाह ” मा अपन अभिनय से दर्शक मन के दिल मा बढ़िया जगह बनइस.

पाछू 5 बरस ले गाँव मा रहत रिहिस 

नाचा अउ रंग मंच का यह बड़का कलाकार गजब सरल, सरस अउ हंसमुख व्यक्तित्व के धनी रिहिस. हमर गाँव सुरगी मा आय ता वोकर ले मुलाकात होत रहय. पाछू पांच साल ले वोहा अपन गाँव बेलटिकरी मा रहत रिहिस. अइसन बेजोड़ कलाकार हा 25 अप्रैल 2021 के ये दुनियां ला छोड़ के स्वर्ग लोक चले गे. उदय हा अस्त होगे. वोहर अपन पत्नी झाबिन बाई, दू बेटा शिव कुमार श्रीवास , हेमन्त कुमार श्रीवास , दू बेटी श्रीमती गौरी बाई अउ श्रीमती पद्मा बाई सहित भरा पूरा छोड़ के गेहे. वोकर दूनों बेटा हा रायपुर मा प्राइवेट कंपनी मन मा काम करथे. स्व. श्रीवास जी ला पहिली पुण्य तिथि म शत् शत् नमन हे. विनम्र श्रद्धांजली.

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