(लोक असर समाचार बालोद)
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से संवहनीय कृषि कार्यक्रम के तहत 07 दिवसीय आवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. संजय कन्नौजे ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत डौंडीलौहारा एवं गुरुर विकासखंड की कुल 40 महिलाओं को जिला पंचायत संसाधन केंद्र पाकुरभाट में पशुपालन के 24 जून से 01 जुलाई तक 07 दिवसीय आवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।
जिसमें महिलाओं को पशु पालन विभाग के पशु शल्य चिकित्सकों द्वारा पशु, कुक्कुट पालन तथा इनके प्रबंधन तथा इनमें होने वाली प्रमुख बीमारियों के लक्षण तथा इनके प्रारंभिक उपचार, टीकाकरण, पोषित आहार के विषय पर प्रशिक्षण दिया गया।
इसके साथ ही सभी पशु सखी प्रतिभागियों को शासकीय कुक्कुट पालन प्रक्षेत्र अंजोरा, दुर्ग, शोध एवं विस्तार केंद्र, अंजोरा एवं शासकीय प्रजनन प्रक्षेत्र अंजोरा में शैक्षणिक भ्रमण भी कराया गया।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर सीईओ डाॅ. संजय कन्नौजे ने सभी प्रतिभागियों को पशु पालन के महत्त्व के बारे में जानकारी देते हुए अपने ग्रामों में पशु एवं कुक्कुट पालन के कार्यों को विस्तार देने हेतु एक पशु सखी के रूप में सतत् अपने दायित्वों के निर्वहन हेतु प्रोत्साहित किया। उन्होंने विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में मवेशियों के नस्ल सुधार एवं अधिक दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कृत्रिम गर्भाधान के कार्यों को प्राथमिकता के साथ कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया एवं प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किया।