पढ़िए “वर्ल्ड पेपर बैग डे 2024: बस्तर की दूरी” पर विशेष लेख

(लोक असर समाचार जगदलपुर/बालोद )

    क्या आप जानते हैं ,आज मनाया जा रहा है वर्ल्ड पेपर बैग डे 2024

  पेपर बैग दिवस मनाने के पीछे प्लास्टिक के इस्तेमाल को कम करने के साथ ही पेपर बैग एक सस्टेनबल मैटेरियल से बना होता है जो लंबे समय तक पर्यावरण को नुकसान पहुंचाएं बिना रिसायकल हो जाता है।
          आदिकाल से आदिवासी व ग्राम्य जीवन शैली इकोफ्रेंडली रही है। बस्तर में पेज रखने के लिए “तुमा”(सूखा लौकी का पात्र)।उसीतरह बांस से बनी “ढुटी” , पत्तों से तैयार पोटली”चिपटा” का प्रयोग आज भी कमोबेश हो रहे हैं।ऐसे में वर्ल्ड पेपर बैग डे 2024 में बस्तर काहा है?
    पॉलीथीन के मार्केट से आउट होने के बाद अब पेपर बैग की उपयोगिता बढ़ने लगी है जहां पर सब्जी लाना हो या फिर कोई सामान दुकानदार पॉलिथीन की जगह पेपर बैग का इस्तेमाल करते है। पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए पेपर बैग कई मायनों में फायदेमंद होते है। इस दिन को मनाने के पीछे प्लास्टिक के इस्तेमाल को कम करने के साथ ही पेपर बैग एक सस्टेनबल मैटेरियल से बना होता है जो लंबे समय तक पर्यावरण को नुकसान पहुंचाएं बिना रिसायकल हो जाता है।

पेपर बैग दिवस का इतिहास:-
यहां पर पेपर बैग दिवस की बात की जाए तो इसका इतिहास 19वीं शताब्दी पुराना है जिसे यूनाइटेड स्टेट में फ्रांसिस वोले द्वारा बनाया गया था। इसके बाद यह काफी पाॅपुलर हुआ। वोले ने अपने स्टूडेंट को बुक्स ले जाने के लिए इसकी सलाह दी थी। इसके साथ ही इन्होंने पहली बार पेपर बैग बनाने की डिवाइस यानी कि मशीन बनाई थी। जो पेपर बैग को इस्तेमाल करके लोगों में इस्तेमाल के लिए दिया जाता है।

पैपर बैग के फायदे:-
जीवन में पेपर बैग के कई सारे फायदे होते है जिसे सामान ले जाने और पैकेजिंग के लिए बेस्ट ऑप्शन माना जाता है। इसे पर्यावरण के लिए नुकसानदायक नहीं माना गया है वहीं अगर आप इसके अलावा प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल कर लेते है तो इसे रिसायकल होने में वक्त तो लगती है मिट्टी में जाने के बाद यह कई सालों गल नहीं पाता। इसलिए पेपर बैग का इस्तेमाल करना बहुत जरूरी है।अगर पैड़ों को कटने से बचाना है तो आप कपड़े के थेले का इस्तेमाल करें।

पेपर बैग पर दिखने वाले सिंबल का महत्व:-
यहां पर पेपर बैग का इस्तेमाल करने से पहले उन पर बनें सिंबल की जानकारी आपको होनी चाहिए, जो जरूरी होता है..

मोबियस लूप:-
पेपर बैग पर यह एक काॅमन सिंबल है लेकिन काफी फेमस है। मोबियस सिंबल यह बताता है कि यह पेपर बैग रिसायकल करने योग्य है।

ग्रीन डॉट:-
यदि आप किसी पेपर बैग पर यह सिंबल देखते हैं, तो इसका मतलब है कि निर्माता ने उस बैग की पैकेजिंग की रिकवरी व रिसायकल के लिए एक सर्टेन फाइनेंसियल कांट्रीब्यूशन दिया है।

एफएससी:-
एफएससी का मतलब फारेस्ट स्टीवर्डशिप काउंसिल है। यह सर्टिफाइट प्रोडक्ट का प्रतीक है। इसका मतलब है कि पेपर बैग बनाने में उपयोग किया जाने वाला कागज लकड़ी के फाइबर से बना है।


बस्तर -प्रासंगिकता:-
आज जब विश्व पेपर बैग डे मनाया जा रहा है।चिंतन व मनन का विषय है कि बस्तर जैसे प्राकृतिक स्थल व रहवासियों को भी यह दिन विशेष मनाने की नौबत आ रही है। वजह आम जानता ही है। फैशन परस्ती व स्वयं को ज़्यादा से ज़्यादा मॉडर्न बताने के चक्कर में हम हमारे पास पारंपरिक साधन व तकनीक होने के पश्चात भी नये चीजों के प्रति आकर्षित होते हैं। परसमय आ गया है तथाकथित पढ़े लिखे समझदार जन के जागरूक होने की। बस्तर जैसे परंपरागत ज्ञान के अकूत भंडार से खड़े होकर शुभकामनाएँ।

(डॉ रूपेन्द्र कवि)
लोकहितकारी, मानववैज्ञानिक, लेखक

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