डॉ.गणेश खरे के उपन्यासों में छत्तीसगढ़ का परिदृश्य” विषय पर शोध कार्य पर ‘चैतराम यादव ‘ को ‘पीएचडी की उपाधि’

लोक असर समाचार बालोद/राजनांदगांव

हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग (छ.ग.) के कला संकाय के अंतर्गत शास. दिग्विजय महाविद्यालय राजनांदगाँव के हिन्दी विभाग के शोधार्थी चैतराम यादव ने शोध निर्देशक डॉ. (श्रीमती) बी. एन.जागृत (सहायक प्राध्यापक) के मार्गदर्शन में “डॉ.गणेश खरे के उपन्यासों में छत्तीसगढ़ का परिदृश्य” विषय पर शोध कार्य पूर्ण किया। इस हेतु उन्हें (पी.एच.डी.) ‘डॉक्टर ऑफ फिलोसफी” की उपाधि प्रदान की गई।

डॉ. गणेश खरे जो राजनांदगाँव शहर के प्रसिद्ध साहित्यकार हैं। वे ख्याति लब्ध प्रखर भाषाविद आचार्य नंददुलारे वाजपेयी के शिष्य थे। डॉ. खरे छत्तीसगढ़ के शिक्षा जगत से जुड़े रहे, इसलिए उनकी पैनी दृष्टि इस अंचल के तमाम क्षेत्रों में रही है। उनका राजनांदगांव शहर से मुक्तिबोध, पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी, बलदेव प्रसाद मिश्र जैसे दिग्गज साहित्यकारों से नाता रहा है। शोधार्थी द्वारा उनकी रचना पर किया गया शोध कार्य समाज के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा।

महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अंजना ठाकुर, पूर्व प्राचार्य (सेवानिवृत) डॉ. के. एल. टांडेकर, विभागाध्यक्ष डॉ. शंकर मुनि राय, डा. चंद्रकुमार जैन, डॉ. प्रवीण साहू, डा. बी. एन. जागृत, रजिस्ट्रार- डॉ. परगनिहा सर व महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक व शोधार्थियों ने बधाई देते हुए हार्दिक शुभकामनाएँ प्रेषित की।

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