लोक असर समाचार भिलाई/ बालोद
अनिल गुप्ता
गुरु घासीदास सेवा समिति भिलाई के तत्वाधान मे करिअर मार्गदर्शन हेतु युवाओं के सेमिनार का आयोजन सतनाम भवन, सेक्टर-06 , भिलाई मे हुआ। जिसमें स्नातक स्तर के 250 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया ।
सेमिनार का मुख्य विषय कैरियर मार्गदर्शन एवं केन्द्र सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की अनुसूचित जाति एवं ओबीसी समुदाय के विद्यार्थियों को दी जाने यूपीएससी सीजीपीएससी रेलवे बैंकिंग आदि की नि: शुल्क कोचिंग योजना की जानकारी देना था| जिसके तहत एससी एवं ओबीसी जिनकी परिवार की वार्षिक आय 8 लाख रुपए से कम है आवेदन कर सकते हैं।
कार्यक्रम की शुरूआत एन आई टी रायपुर के प्रोफेसर डॉ सूरज मुक्ति के स्पीच के साथ प्रारंभ हुई, मुक्ति सर ने बच्चों के पर्सनालिटी डेवलपमेंट टिप्स दिए एवं एटीट्यूड की नकारात्मकता को त्याग करने के लिए कहा।
तत्पश्चात् एकलव्य आईएएस अकादमी के संचालन आशीष कुमेटी सर ने अपने वक्तव्य “अगर आप गरीब पैदा हुए है तो यह आप की गलती नही है, लेकिन आप गरीब मरते है तो यह आपकी गलती है..!”
के साथ कोचिंग योजनाओं एवं सीट आबंटन की जानकारी दी। घनश्याम सिंह एवं श्रवण साहू ने आनलाईन आवेदन फार्म भरने के तरीकों एवं बारीकियों से अवगत कराया गया जिससे ज्यादा से ज्यादा बच्चे लाभान्वित हो सके।
मुख्य वन संरक्षक आईएफएस अधिकारी बी पी सिंह ने पुराने समय एवं वर्तमान समय की प्रतिस्पर्धाओं से अवगत कराया। पुराने समय में शासकीय नौकरी के लिए ज्यादा आवेदन नहीं आते थे परंतु आज के समय में महज एक दो पदों के लिए लाखों। आवेदन प्राप्त हो रहे हैं, न्यूनतम योग्यता वाले छोटे पदों पर हाई क्वालीफाईड आवेदन कर रहे हैं, जिससे प्रतिस्पर्धा बढ रही है, प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए और अधिक मेहनत करने की जरूरत है।
आईएफएस 2018 बैच के अधिकारी शशी कुमार (डीएफओ) ने बताया कि वे लगातार यूपीएससी की परीक्षा में लगातार दो बार असफल होने के बाद भी एवं तीसरे बार अंतिम चरण साक्षात्कार में पहुंचे, साक्षात्कार में चयनित नहीं होने पर फोरेस्ट सर्विस की तैयारी की जिसमें उन्हें सफलता मिली। बाद भी सिविल सर्विस की परीक्षा परीक्षा प्रारंभिक चरण से पुनः तैयारी की बात कही जो कि धैर्य और निरंतरता बनाए रखने से सफल हो सकता है।
केके खेलवार आईएफएस सेवानिवृत्त वन संरक्षक रायपुर, एस डी बघेल पूर्व पीसीएस अधिकारीयों ने पीएससी एवं यूपीएससी परीक्षा में आने वाली कठिनाईयों एवं बेहतर तैयारियों के संबंध में अपने अनुभव साझा किए।
आर डी देशलहरा गुरु घासीदास सेवा समिति भिलाई, श्री चंद्रशेखर बंजारे सतनामी आश्रम कल्याण समिति दुर्ग ने बच्चों के कैरियर निर्माण को लेकर भविष्य में और बेहतर आयोजन करने की बात कही।