(लोक असर समाचार बालोद)
कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल ने कहा कि शिक्षा किसी भी राष्ट्र व समाज की विकास की बुनियाद एवं मेरूदण्ड होता है। उन्होंने कहा कि बिना शैक्षणिक उन्नति के राष्ट्र के विकास की परिकल्पना करना सर्वथा असंभव है।
डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के शासकीय हाई स्कूल भरदा लो में आयोजित संकुल स्तरीय शिक्षक-पालक मेगा बैठक कार्यक्रम के अवसर पर अपना उद्गार व्यक्त कर रहे थे।

मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित चन्द्रवाल ने विद्यार्थियों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा सुनिश्चित कराने हेतु शिक्षक और बच्चों के माता-पिता एवं उनके अभिभावक तथा समाज की भागीदारी को भी अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु शिक्षकों के साथ-साथ पालकों की भागीदारी भी अत्यंत आवश्यक है।
उल्लेखनीय है कि राज्य शासन के निर्देशानुसार विद्यालयों में अध्ययनरत् विद्यार्थियों के भविष्य की संभावनाओं का आंकलन कर पालकों के साथ-साथ समन्वय स्थापित करते हुए शिक्षा को परिणाम उन्मुखी बनाने हेतु आज जिले के सभी 173 संकुलों में पालक-शिक्षक बैठक का आयोजन किया गया।
इसके अंतर्गत आज कलेक्टर जिले के डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के शासकीय हाई स्कूल भरदा ( लो )में आयोजित संकुल स्तरीय मेगा पालक-शिक्षक बैठक में शामिल होकर बच्चों के सर्वांगीण विकास एवं शिक्षा को परिणाम उन्मुखी बनाने हेतु महत्वपूर्ण टीप्स दिए।
कलेक्टर ने पालकों से चर्चा कर बच्चों के शिक्षा-दीक्षा के संबंध में आने वाली कठिनाईयों के संबंध में जानकारी ली।
मौके पर उपस्थित अधिकारियों को विद्यार्थियों के जाति, निवास एवं आय प्रमाण पत्र बनाने के संबंध में आने वाले कठिनाईयों का तत्काल निराकरण करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर उन्होंने विद्यार्थी जीवन को व्यक्ति के जीवन के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण कालखण्ड एवं अत्यंत निर्णायक समय बताते हुए कहा कि इस दौरान विद्यार्थियों को सही मार्गदर्शन एवं दिशा-निर्देशन करना अत्यंत आवश्यक है।
जिला शिक्षा अधिकारी पीसी मरकले ने शिक्षक-पालक बैठक के उद्देश्य एवं एजेंडा के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
कार्यक्रम में शिक्षकों के द्वारा पालकों के लिए न्योता भोज का भी आयोजन किया गया था।
इस अवसर पर जिला स्तरीय नोडल अधिकारी घनश्याम मारकण्डे, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी हिमांशु मिश्रा, ग्राम पंचायत के सरपंच देवनारायण साहू एवं अन्य जनप्रतिनिधियों सहित शिक्षक तथा पालकगण उपस्थित थे।
