सर्व आदिवासी समाज छत्तीसगढ़ के सभी जिले में 17 जून को जेल भरो आंदोलन करेगा, एक दिन पहले ही बालोद में फोर्स तैनात

लोक असर समाचार बालोद

पाटेश्वर धाम का मामला है कि रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। सर्व आदिवासी समाज ने 01 मई को तूएगोंदी में हुए आदिवासी लोगों पर हमले के विरोध में हमला करवाने का आरोप पाटेश्वर धाम के महंत रामबालक दास पर लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की है।

समाज के अध्यक्ष यू आर गंगराले का कहना है कि अब तक मामले में बलवा करने वाले कई आरोपी पकड़े गए हैं। लेकिन मुख्य आरोपी रामबालक दास पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिसके चलते समाज में आक्रोश है और कार्यवाही ना होने की दशा में पूरे प्रदेश भर में आदिवासी समाज के लोग रैली निकालकर प्रदर्शन करेंगे और जेल भरो आंदोलन करेंगे। शासन प्रशासन को पहले ही 10 जून को अल्टीमेटम दे दिया गया है। समाज द्वारा दिये अल्टीमेटम के चलते पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह अलर्ट हो गया है। उल्लेखनीय है कि 25 जून को इसी मुद्दे पर बन्द के दौरान गुंडरदेही में छत्तीसगढिया क्रांति सेना और व्यापारियों के बीच मारपीट हो गई थी। जिस के मद्देनजर किसी तरह की कोई अप्रिय घटना ना हो, इस बात को ध्यान में रखकर जिले भर में खासतौर से बालोद में बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई है। ताकि कानून व्यवस्था मजबूत रहे।


बता दें कि इसे लेकर बालोद पुलिस ने शहर में एक दिन पहले ही यानी 16 जून को ही फ्लैग मार्च किया है। 17 कानून व्यवस्था ड्यूटी के मद्देनजर रखते हुए शहर में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार यादव के निर्देशन, व अति.पुलिस अधीक्षक प्रज्ञा मेश्राम के मार्गदर्शन में पूरे बालोद शहर चौक चौराहों पर फोर्स तैनात किया गया है। तथा पुलिस अधीक्षक द्वारा व समस्त राजपत्रित अधि/कर्मचारी एवं अन्य जिलों से आए पुलिस बल के साथ बालोद शहर का वाहन पेट्रोलिंग/पैदल फ्लैग मार्च किया गया।

पाटेश्वर धाम के बालकदास की गिरफ्तारी के लिए 10 जून को मुख्य सचिव के नाम सौंपा था एस पी/कलेक्टर को ज्ञापन

बता दें कि सर्व आदिवासी समाज द्वारा10 जून को इस आशय का लिखित ज्ञापन मुख्य सचिव छग शासन के नाम जिले के कलेक्टर और एसपी को सौपा गया था।
पाटेश्वर धाम के बालकदास की गिरफ्तारी व हसदेव अरण्य परसाकोल ब्लॉक एवं सुकमा जिले के सिलगेर घटना के न्याय दिलाने की मांग को लेकर छग सर्व आदिवासी समाज द्वारा 17 जून को प्रदेश स्तरीय जेल भरो आन्दोलन करने का निर्णय लिया गया है।

सर्व आदिवासी समाज के जिलाध्यक्ष उमेंदी राम गंगराले ने बताया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश आदिवासी बहुल होते हुए 5 वीं अनुसूची क्षेत्र के विशेष संवैधानिक अधिकार के बावजूद आदिवासी समाज पर लगातार अत्याचार, प्रताड़ना बढ़ते जा रही है। जिसे लेकर आदिवासी समाज द्वारा इंसाफ़ के लिए आन्दोलन के बाद भी शासन प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। बालोद जिले के डौंडी लोहारा ब्लॉक के आदिवासी समाज के जामड़ीपाट को परिवर्तित कर पाटेश्वर धाम बनाने वाले बालक दास के द्वारा 01 मई को ग्राम तुएगोंदी में आदिवासी समाज द्वारा की जा रही पारम्परिक पूजा मे गुंडे बुलवाकर तलवार, राड, पत्थर, डंडा से हमला करवाया गया, जिसमें कई लोगों को गंभीर चोंटे आई और जान से मारने का प्रयास एवं चेतावनी दिया गया। जिसके लिए समाज के द्वारा लगातार आवेदन, एवं महाबंद के बाद भी बालक दास के ऊपर अभी तक कोई एफ. आई. आर. एवं दण्डात्मक कार्यवाही नहीं हुई है।

श्री गंगराले ने बताया कि सरगुजा के हसदेव अरण्य परसाकोल ब्लॉक में ग्राम सभा और प्रदेश भर के विरोध के बाद भी आदिवासी गांव को उजाड़ा जाएगा एवं लाखों पेड़ काटा जाएगा। 3 मई 2021 में सुकमा जिले के सिलगेर ग्राम में पुलिस एवं फोर्स के द्वारा निर्दोष ग्रामीणों को गोली मारकर हत्या कर दी गई और उन्हें नक्सली बताया गया था जो जांच के बाद साबित हुआ कि वे निर्दोष ग्रामीण व किसान थे। उनको कोई मुआवजा नहीं मिला, न ही दोषी अधिकारी, कर्मचारियों पर कोई कार्यवाही नही हुई हैं। इन सभी गंभीर विषयों को लेकर सर्व आदिवासी समाज के द्वारा लगातार कलेक्टर व छत्तीसगढ़ शासन के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, राज्यपाल, को आवेदन देकर कई बार धरना प्रदर्शन एवं महाबंद तक किए गये है । परन्तु आज तक कोई कार्यवाही नहीं होने से सर्व आदिवासी समाज द्वारा 04 जून 2022 को सर्व सम्मति से प्रदेश स्तरीय जेल भरो आन्दोलन करने का निर्णय लिया गया। जिसमें सभी जिला मुख्यालयों में हजारों की सख्या में आदिवासी समाज द्वारा 17 जून 2022 को जेल भरो आन्दोलन किया जायेगा।

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