राष्ट्रीय संयुक्त मोर्चा के जरूरी बैठक में देश में हो रही ट्रक ट्रांसपोर्टर्स व सारथी से जुड़ी विभिन्न समस्याओं पर हुई वृहद चर्चा

लोक असर समाचार

देश के तथाकथित बड़े व सबसे पुरानी संस्था के द्वारा लगातार किए जा रहे प्रलोभनकारी कार्यों की आलोचना हुई जिसमें सभी संगठनों के नाम पर बुलाई गई मीटिंग को इसी संस्था ने अपने नाम पर कराए जाने को लेकर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की गई, वहीं इसे इस संस्था की आम सभा के रूप में बताया गया ।

   राष्ट्रीय संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजकुमार यादव ने कहा कि "आश्चर्यजनक रूप से इस बड़े संस्था की लोकप्रियता में लगातार गिरावट आई है व इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि देश के सभी भागों में छोटी बड़ी संस्थाओं ने ट्रक ट्रांसपोर्टर्स व सारथी समाज के आंदोलन का झंडा बुलंद किया हुआ है जो निश्चय ही सराहनीय है बस दुर्भाग्य यही है की सभी संस्था पद व प्रतिष्ठन भुलाकर एक मंच पर आकर यदि आवाज बुलंद करें तो केवल जिला प्रशासन व राज्यों की नहीं बल्कि केंद्र सरकार व संबंधित मशीनरी भी घुटने के बल पर बैठकर बात करने को सहर्ष तैयार हो जाएगी - संगठनों को एकत्रित करने में "यूनाइटेड फ्रंट फॉर ट्रक ट्रांसपोर्टर्स एन्ड सारथी एसोसिएशंस"- राष्ट्रीय संयुक्त मोर्चा का नाम महत्वपूर्ण भूमिका में उभर कर स्वतः सामने आया है व इसने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । जिसका उदाहरण हिट एंड मामले में तथाकथित बड़े संस्था के घुटने के बल सरकार से मिल जाने के बावजूद संगठन ने देश के विभिन्न राज्यों में अपने आंदोलन के द्वारा इसे पुनर्जीवित कर एक उदाहरण पेश किया जो आने वाले दिनों में ट्रक ट्रांसपोर्टर्स व सारथी संबंधित विभिन्न मुद्दों को सुलझाने का सतत प्रयास जारी रखेगी " वहीं डॉक्टर यादव ने कहा कि जब -बी एस 6- गाड़ियां दिल्ली की सड़कों पर चल रही है तो उनसे ग्रीन टैक्स की वसूली क्यों की जा रही है?  तुरंत इस पर लगाम लगाया जाए। स्क्रैप पॉलिसी के नाम पर मोटर कंपनियों को लाभ पहुंचाने के लिए जो सरकार ने पहल की है वह बिल्कुल ही बचकाना, हास्यास्पद व सामंतवादी निर्णय है- क्या सरकार बैटरी चलित गाड़ी लेने पर आजीवन फिटनेस की गारंटी देगी? इस बात को एफिडेविट के जरिए तथ्य जारी किये जाएं व सरकारी गैजेट निकाला जाए क्योंकि बैटरी चलित गाड़ियां तो प्रदूषण मुक्त है"

रविंद्र बधानी जी ने कहा सिंगल मोटर मालिक को भी जीएसटी के दायरे में लाया जाए जिससे जीएसटी इनपुट की सुविधा उसे भी प्राप्त हो सके, ट्रांसपोर्ट सेक्टर में ही क्यों दो जीएसटी धाराओं का नियम है जीरो बिलिंग व रिवर्स चार्ज । वहीं श्री बधानी ने ऑनलाइन चालान को तुरंत बंद करने की बात की, यह सिर्फ एंट्री न देने पर व प्रशासन की तरफ से गाड़ी मालिक को परेशान करने व टारगेट पूरा करने के कारण किया जाता है जो कि दुर्भाग्य जनक है ।

देश के विभिन्न अग्रणी संस्थाओं के नेतागण ने इसमें लगातार अहम भूमिका निभाई है व निस्वार्थ संघर्ष किया है जिसके लिए “उफ्तत्सा राष्ट्रीय संयुक्त मोर्चा” सभी प्रबुद्ध जनों का आभार व्यक्त करती है ।

जिसमें रविंद्र बधानी,अजय सिंगला,सोमदत्त शर्मा, जरनेल सिंह, राममेहर शर्मा, राधेश्याम मल्लिक, हरदीप सिंह वढेरा, नरेंद्र मिश्रा, सुखवीन्दर सिंह बराड़, बिजेन्दर सिँह सहारण, नरेश बंसल, राकेश अग्रवाल, मोहम्मद अफ़सर, श्रवण बिश्नोई, इस्माइल शैयद, रणवीर सिँह ,राज सिंधु, सतकुँवार गर्ग, बलराज शर्मा, पाशु पटेल, शिवराज यादव, बृजेश जयसवाल, प्रभात शाह, निशांत कुमार, दीपक कुमार सिँह ने महत्वपूर्ण व सराहनीय भूमिका निभाई ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *