एक ही व्यक्ति का सभी गंतव्य तक माल उठाना कहां तक जायज
शिकायत मिलने पर उचित कार्रवाई की जाएगी – आलोक वर्मा -निदेशक प्रभारी (राउरकेला इस्पात संयत्र)
(लोक असर समाचार राउरकेला)
इस्पात नगरी कहलाने वाले राउरकेला का मूल आधार राउरकेला इस्पात संयंत्र से निकलने वाले एमएस सीट, एमएस कोइल, पिग आयरन व अन्य कई जरूरी इस्पात व इस्पात के प्राइम मेटेरियल का परिवहन करने का अधिकार सिर्फ एक ठेकेदार को ही राउरकेला इस्पात संयंत्र के अंदरुनी समर्थन के वजह से मिलने का चर्चा जोरों पर है l इस विषय पर राउरकेला इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी आलोक वर्मा के अनुसार “स्थानीय गाड़ियों व परिवहन संस्थाओं को भी प्राथमिकता मिलनी चाहिए l कोई लिखित शिकायत मिलने पर जरूरी कार्रवाई की जाएगी”.

पंकज सिंह
राउरकेला ट्रक ओनर्स एसोसिएशन (आर टी ओ ए)- राउरकेला की सबसे पुरानी संस्थाओं में से एक के अध्यक्ष पंकज सिंह ने कहा” हमारी गाड़ियां स्थानीय व सिमित क्षेत्र तक ही परिवहन करती है सुंदरगढ़,बड़गांव,कुआरमुंडा व बोनई तक ही हमारी गाड़ियां परिवहन करती है वहीं दूसरी ओर हम किसी के साथ भेदभाव भी नहीं करते, स्थानीय क्षेत्र में परिवहन के लिए जो भी हमारे पास आएगा हम उनको गाड़ियां देंगे और किसी के साथ किसी भी तरह के भेदभाव का कोई सवाल ही नहीं उठाता है हमारी संस्था किसी से भेदभाव नहीं करती है.

महासचिव शुभम कपूर
राउरकेला के व्यावसायिक समूहों का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था राउरकेला चैंबर ऑफ कॉमर्स एन्ड इंडस्ट्रीज़ के महासचिव शुभम कपूर ने कहा” वर्तमान में ऐसी कोई शिकायत हमारे पास नहीं है यदि शिकायत आती है तो हम जरूरी कार्रवाई करेंगे स्वस्थ वातावरण के तहत ही परिवहन होंगे, जो भी स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के तहत कार्य करेगा हम उसके साथ हैं- किसी भी उचित शिकायत पर कार्रवाई निश्चित है.

सूब्रत (शुभ) पटनायक
राउरकेला चैंबर ऑफ़ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष सूब्रत (शुभ) पटनायक ने कहा ” कहीं ना कहीं थोड़ी बहुत गड़बड़ियां होती होगी और शिकायत मिलने पर हम सभी लोग मिलकर उसके प्रति उचित कार्रवाई का समर्थन करेंगे, मेरे कार्यकाल के तहत मेरे नेतृत्व में कभी भी भेदभाव नहीं किया गया व खुले बाजार के माहौल में राउरकेला के व्यापारिक संस्थाओं ने कार्य किया जहां तक राउरकेला इस्पात संयंत्र की बात रही उसने हमेशा सहयोग लिया है कभी स्थानीय मुद्दों पर सहयोग दिया नहीं है, राउरकेला औद्योगिक मंडी है व यहां किसी की एक तरफा नीति नहीं चलेगी राउरकेला गुड्स ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन जैसी संस्थाओं ने सदा ही उन्मुक्त व्यापार को प्राथमिकता दी है व उम्मीद करता हूं आगे भी रहेगी.
राउरकेला गुड्स ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन के पूर्व महासचिव मोहम्मद सलीम ने कहा” राउरकेला गुड्स ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन सदा ही शांति के माहौल में काम करता है आज स्थिति यह हो गई है कि ₹50 प्रती टन कमीशन हमें कार्यादेश नहीं मिल पा रहा है वहीं बाहर से गाड़ियां आती है 100 से ₹200 कम में माल परिवहन करके ले जाती हैं अभी एक दुर्घटना घटित हुई थी गाड़ियां गायब हुई थी और सबसे दुखद तथ्य यह है कि स्थानीय किसी एक ठेकेदार के द्वारा सभी को डरा धमका करके डर के माहौल में 300 से 400₹ प्रती टन तक का अधिक डिफरेंस लिया जा रहा है व राजनीतिक दबाव व गुंडातत्वों के कारण व्यापारी गण भी उसे मजबूरन 300 से ₹400 प्रतिटन अधिक भुगतान कर रहे हैं वर्तमान में प्रशासन के सहयोग से मामले को सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है यदि बात नहीं बनी तो आने वाले दिनों में हम लोग चक्का जाम करेंगे”
राउरकेला इस्पात संयंत्र कहीं ना कहीं राउरकेला में उद्योग धंधे व परिवहन का मूल तंत्र है व यहां ऐसी अराजकता फैलने पर कहीं ना कहीं आम उपभोक्ताओं के साथ-साथ शहर को भी इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है कारण व स्थिति जो भी हो परिवहन व्यवसाई इस मामले में कमर कस चुके हैँ l
