LOK ASAR BALOD
आयकर टीडीएस के संबंध में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन आज जिला पंचायत के सभाकक्ष में आयोजित की गई। इस कार्यशाला में जिले के सभी आहरण संवितरण अधिकारियों को टीडीएस कटौती के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।
कार्यशाला में कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने कहा कि टीडीएस कटौती कराना सभी आहरण संवितरण अधिकारियों की नैतिक जिम्मेदारी है। जिससे की जनहित के कार्यों के लिए समय पर शासकीय खजाने में टीडीएस की राशि पहुंच सके। उन्होंने कहा कि इसके संबंध में निर्णय लेने के लिए सभी आहरण संवितरण अधिकारी समक्ष है। इसके साथ ही इस कार्य को सुनिश्चित कराने की जिम्मेदारी भी आहरण संवितरण अधिकारियों की है।
आयकर विभाग के सहायक आयुक्त उषा शैलेष ने देयक के भूगतान में टीडीएस कटौती को अत्यंत आवश्यक बताया है। उन्होंने कहा कि टीडीएस कटौती की संपूर्ण जिम्मेदारी आहरण संवितरण अधिकारियों की है। श्रीमती शैलेष ने कहा कि शासन-प्रशासन के द्वारा जनहित के कार्यों को पूरा करने के लिए सरकार के खातें में टैक्स जमा करना अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने नये टैक्स एवं पुराने टैक्स स्लेब में बदलाव के संबंध में भी महत्वपूर्ण जानकारियां दी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक आहरण संवितरण अधिकारी के पास टैन नंबर होना आवश्यक है। इसके साथ ही वेतन से टीडीएस अनुमानित आय पर औसत दर से माह अप्रैल से टीडीएस करना आवश्यक है। इस दौरान आहरण संवितरण अधिकारियों को टीडीएस रिर्टन फाईलिंग में आने वाली समस्याओं के निराकरण के संबंध में भी जानकारी दी गई। कार्यशाला में कलेक्टर कुलदीप शर्मा, आयकर विभाग के सहायक आयुक्त उषा शैलेष, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रेणुका श्रीवास्तव, अपर कलेक्टर इंदिरा तोमर, जिला कोषालय अधिकारी एम.एस. भारद्वाज एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। सहायक कोषालय अधिकारी नेमेंद्र देशमुख एव रोशन मांझी सहित जिले के आहरण संवितरण अधिकारी एवं लेखापाल मौजूद थे।