कुमुड़कट्टा में अस्पताल के निर्माणाधीन अतिरिक्त भवन तथा चेकडेम का किया निरीक्षण
लोक असर समाचार बालोद
कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चन्द्रवाल आज जिले के डौंडी विकासखण्ड के सुदूर वनांचल के ग्राम नलकसा पहुंचे उन्होंने वहाँ वनाधिकार पत्रधारी हितग्राहियों के बीच पहुँचकर उनके द्वारा किये जा रहे आजीविका संबंधी कार्यों का अवलोकन किया। कलेक्टर ने हितग्राहियों के साथ उनके खेतों में पहुँचकर लिए जा रहे फसलों का जायजा लिया। उन्होंने ग्रामीणों से फसलों के उत्पादन आदि गतिविधियों के संबंध में चर्चा की।
वनाधिकार पत्रधारी हितग्राहियों ने कलेक्टर को बताया कि पहले वे गांव में रोजी मजदूरी कर जीवन यापन कर रहे थे। यहां 15 परिवारों को वनाधिकार पट्टा मिलने के पश्चात उनकी भूमि पर सुधार कार्य किया गया। उनके खेतों में सिंचाई हेतु 09 कुंए बनाये गए है। सिंचाई हेतु मोटर पम्प के संचालन के लिए उनके खेतों तक विद्युत पोल का विस्तार भी किया गया है। जिसके माध्यम से वे अपने फसलों की सिंचाई कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि अभी वे धान, गन्ना के साथ ही सब्जियों का भी उत्पादन कर रहे हैं। उत्पादित सब्जियों को वे आसपास के हाट बाजारों में विक्रय करते है । इससे उन्हें अच्छी आमदनी प्राप्त हो रही है। कलेक्टर चन्द्रवाल ने कहा कि इसी तरह फसलों के साथ ही सब्जी व अन्य फसलों का उत्पादन जारी रखें। खाली पड़ी भूमि में दलहन तिलहन फसलों को उगाएं, जमीन का पूर्ण रूप से उपयोग करें। इससे उनकी आर्थिक स्थिति में बेहतर बदलाव आएगा। ग्रामीणों ने बताया कि उनके कुछ भूमि में सुधार की आवश्यकता है। जिस पर कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आवश्यकतानुसार भूमि सुधार का कार्य सुनिश्चित करें। जिससे उस भूमि का पूर्ण रूप से उपयोग हो सके। कलेक्टर ने ग्रामीणों द्वारा उत्पादित उड़द का अवलोकन कर उसकी सराहना भी की।
कलेक्टर ने ग्राम कुमुड़कट्टा में स्वास्थ्य केंद्र के निर्माणाधीन अतिरिक्त भवन का भी जायजा लिया। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारी से भवन के निर्माण एंव उपयोगिता के संबंध में जानकारी ली। मौके पर बताया गया कि उक्त भवन का निर्माण 09 लाख 68 हजार रुपए की लागत से कराया जा रहा है। निर्माण पूर्ण होने पर इसमें 06 बेड संचालित होंगे। इसे आईपीडी के रूप में उपयोग किया जाएगा। कलेक्टर ने भवन निर्माण का कार्य शीघ्र पूरा कराने के निर्देश दिए। इससे स्वास्थ्य सुविधा में बढ़ोत्तरी होगी।
कलेक्टर ने कुमुड़कट्टा के नाला में बने चेक डेम का भी अवलोकन किया। उन्होंने चेकडेम में जलभराव तथा सिंचाई क्षमता की जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि चेकडेम में जलभराव वर्ष भर रहता है। इसका उपयोग आसपास के किसानों द्वारा फसलों की सिंचाई हेतु किया जाता है। चेकडेम के बनने से किसानों को सिंचाई का अतिरिक्त साधन मिला है।
जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रेणुका श्रीवास्तव, एसडीएम सुरेश साहू, जनपद पंचायत के सीईओ सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।