लोक असर समाचार बालोद
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एक दिनी बालोद जिले के प्रवास के दौरान वनांचल गाँव घोठिया में आयोजित निषाद समाज के वार्षिक सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचे थे। बता दें कि वहां फीचर फिल्म मेरा संघर्ष की टीम मौजूद थी। मेरा संघर्ष के निर्माता ने एक मुलाकात में बताया था कि मेरा संघर्ष फ़िल्म जिसकी पूरी कहानी मतस्य पालन पर आधारित है। इस फ़िल्म में संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद भी अहम भूमिका में होंगे। निर्माता निर्देशक वीरेंद्र सिंह नाहर ने बताया कि फ़िल्म के अंतिम दृश्य में तालाब में जाल फेंकते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दिखेंगे। असल में मुख्यमंत्री के लिए अलग से फिल्म में शूटिंग के लिए समय निकाल पाना संभव नहीं था। ऐसे में पूरी भीड़ के साथ मुख्यमंत्री का जाल डालना मेरा संघर्ष फिल्म के लिए समय से पहले शूट कर लेना। एक तरह से फिल्म की पूर्णता को प्रदर्शित करने वाला है। बता दें कि जब फ़िल्म का नायक मत्स्य पालन करते हुए सफलता अर्जित करता है तब मुख्यमंत्री स्वय गाँव पहुंच कर नायक का सम्मानित करते हैं। यहां पर फिल्म की शूटिंग हो रही थी लेकिन कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को पता ही नहीं चला।
8 मई को फ़िल्म के पोस्टर का हुआ था अनावरण
फिल्म मेरा संघर्ष की शूटिंग की शुरुआत 16 मई से ग्राम मुल्ले में की गई। जिसके पोस्टर का अनावरण महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री अनिला भेड़िया, संसदीय सचिव कुंवर निषाद, विधायक संगीता सिन्हा ने संयुक्त रूप से सर्किट हाउस बालोद में विगत 8 मई को किया गया।
छत्तीसगढ़ में संकेत सरजन और काशी फिल्म प्रोडक्शन मुंबई के बैनर तले बनने वाली मत्स्य पालन पर आधारित यह हिंदी फीचर फिल्म है। जिसकी 75 फीसदी शूटिंग बालोद जिले के तांदुला जलाशय के डुबान स्थित गाँव मुल्ले में होगी। वहीं 25 फीसदी शूटिंग रायपुर, धमतरी और दंतेवाड़ा जिले में की जावेगी।
मत्स्य पालन को लेकर बनने वाली भारत की पहली फिल्म होगी!
इस फिल्म की कहानी के संबंध में प्रोड्यूसर वीरेंद्र सिंह नाहर ने बताया कि फिल्म में मछुआरों के संघर्ष को दिखाया गया है। कि कैसे एक व्यक्ति स्वयं के पुश्तैनी काम के माध्यम से आत्मनिर्भर बन सकता। इस फिल्म की कहानी मत्स्य पालन विषय पर बनने वाली फिल्मों में सबसे अलग है। प्रोड्यूसर का मानना है कि यह अपनी तरह की भारत की पहली फिल्म होगी! मछुआरों के जीवन में किस तरह का संघर्ष चलता है जिसे परत दर परत फिल्माया जाएगा।
विशेष भूमिका में दिखेंगे विधायक कुंवर निषाद
एक उपन्यास की कहानी है कोई 25 साल लिखी गई थी, उस पर आधारित है, छत्तीसगढ़ आने पर उन्हें मालूम हुआ कि ऐसी संघर्ष की कहानी विधायक कुंवर सिंह निषाद की भी है। यही कारण है कि फिल्म में उन्हें भी एक सजग जनप्रतिनिधि का किरदार निभाने का मौका दिया गया है।
देश के 7 भाषाओं में प्रदर्शित होगी फिल्म
फिल्म मेरा संघर्ष की एक खासियत यह है कि इसमें छत्तीसगढ़ में अधिकतर जगह पर शूटिंग तो होगी ही। मुंबई से आए बड़े कलाकार व स्थानीय कलाकार भी इसमें भाग लेंगे। फिल्म सात भाषाओं में पूरे भारत में प्रदर्शित होगी। मत्स्य पालन विषय पर बनने वाली भारत की पहली फिल्म मानी जा रही है।
इस फिल्म के पोस्टर अनावरण बाद प्रोडक्शन कंपनी को फिल्म की सफलता पूर्वक शूटिंग सम्पन्न होने की बधाई फिल्म के निर्माता निर्देशक सहित पूरी टीम को दी गई।
अब तक कई फिल्मों की शूटिंग जिले में की जा चुकी है
अनेक नैसर्गिक सौंदर्य को अपनी गोद में समेटे हुए वनांचल जिला बालोद फिल्मों के निर्माता, निर्देशको को आकर्षित कर रहे हैं। जिसमें विशेष रूप से तांदुला, गोंदली एवं खरखरा जलाशय के डुबान क्षेत्र हो, सियादेही, भोलापठार या फिर ओनाकोना से लेकर चितवा डोंगरी जैसे पर्यटक स्थल में कई फिल्मों की शूटिंग होने लगी है। उल्लेखनीय है कि कुछ साल पहले भोजपुरी बॉर्डर फिल्म की शूटिंग भी यहां पर हुई थी। राजकुमार राव की बॉलीवुड फिल्म न्यूटन भी राजहरा के आसपास शूट की जा चुकी है। अब एक नई फ़िल्म मेरा संघर्ष की शूटिंग की जा रही है।